देर से मिला वेंटिलेटर, इलाज में देरी से मौत पंडित राजन मिश्र कोरोना से संक्रमित थे ही साथ ही उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा था। वेंटिलेटर के लिए उनका परिवार दिन भर भाग दौड़ करता रहा, लेकिन जब तक व्यवस्था हुई तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती किया गया। आपातकालीन विभाग के ठीक सामने पार्किंग और अस्पताल के पूछताछ केंद्र के बीच ही परिजन दिन भर हताश होते रहे। शाम को एंबुलेंस आने और वेंटिलेटर आरक्षित होने के बाद भी करीब साढ़े छह बजे राजन मिश्र ने अंतिम सांस ली। इस दौरान राजन मिश्र के भाई साजन मिश्र भी मौजूद थे।
टूट गई मिश्र बंधुओं की जोड़ी पंडित राजन मिश्र के निधन के साथ ही मशहूर मिश्र बंधुओं की जोड़ी टूट गई। उनके निधन पर राजनीति के दिग्गजों सहित बॉलीवुड जगत ने भी दुख व्यक्त किया है। पंडित राजन मिश्र का जन्म बनारस के शास्त्रीय संगीत घराने में हुआ था। वहीं अपने शुरुआती जीवन में उन्हें पंडित हनुमान प्रसाद मिश्र से तालीम मिली थी। दोनों भाइयों ने अपनी साधना और आपसी तालमेल से जुगलबंदी का ऐसा समां बांधा कि दुनिया दीवानी हो गई। संगीत की दुनिया में अपने शानदार योगदान के लिए उन्हें 2007 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
पंडित राजन मिश्र का जाना अपूरणीय क्षति- पीएम मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित राजन मिश्र के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘शास्त्रीय गायन की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पंडित राजन मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। बनारस घराने से जुड़े मिश्र जी का जाना कला और संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।’
पंडित राजन मिश्र का निधन दुखद- सीएम योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। उनका निधन शास्त्रीय संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति व परिजनों को यह दुःख सहने की क्षमता प्रदान करें।’
सपा अध्यक्ष ने भी जताया दुख सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘भारत के महान संगीतज्ञ, ‘पद्म भूषण’ व ‘यश भारती’ से सम्मानित पंडित राजन मिश्र जी का कोरोना से निधन अत्यंत दुःखद। अपने अमर संगीत के माध्यम से वे सदैव हमारे बीच रहेंगे। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने का संबल प्रदान करें।’