यूपी में नहीं होगी लिक्विड ऑक्सीजन की कमी, प्लांट लगाने के लिए 500 करोड़ जारी
अस्पतालों की मान्यता के लिए गाइडलाइन
उप्र सरकार उन निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करवा रही है, जिन्हें सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए टेकओवर (Covid Hospitals) किया है। इन निजी संस्थानों में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट का बिल निजी संस्थान के बिल में एडजस्ट किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने कहा है कि यूपी में जितने भी अस्पताल 100 बेड से ऊपर के हैं, उन सभी में ऑक्सीजन प्लांट जरूरी है। इसके बिना मान्यता नहीं मिलेगी।
पीएम केयर्स फंड से यूपी के 47 जिलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों (Public health centers) पर समर्पित चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की जल्द स्थापना की जाएगी। इनमें लखनऊ (Lucknow), वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, अलीगढ, आजमगढ, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बंदायू, बुलंदशहर, देवरिया, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हरदोई, जालौन, कानपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुरनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, शाहजहांपुर, सीतापुर, सुलतानपुर और उन्नाव जिले शामिल हैं।