भाजपा के लिए अजेय हैं यूपी की ये विधानसभा सीटें, यहां कभी नहीं खिला कमल
वीपी सिंह ने लागू की थी मंडल कमीशन की सिफारिशें
वर्ष 1980 में मंडल कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में उस समय के कोटा में बदलाव करते हुए 22 फीसदी से 49.5 फीसदी करने की सिफारिश की थी। 1990 में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार ने सरकारी नौकरियों में मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू कर दिया था। सु्प्रीम कोर्ट के मुताबिक, किसी भी सूरत में आरक्षण 50 फीसदी से अधिक नहीं दिया जा सकता है। कुछ राज्यों ने इसे ज्यादा का प्रस्ताव रखा है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीते महीनों एक निर्देश जारी किया था, जिसमें 17 जातियों को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल करने की बात कही थी। उनमें कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोडिया, मांझी व मछुआ शामिल हैं। सरकार का तर्क था कि ये 17 जातियां सामाजिक और आर्थिक आधार पर बहुत ही पिछड़ी हैं, इसलिए इन्हें एससी का लाभ मिलना चाहिए। इससे पहले अखिलेश यादव की सरकार ने भी ओबीसी को अनुसूचित जाति में शामिल करने का आदेश जारी किया था।