पीएफआई के तीन सदस्यों को लिया था हिरासत में बता दें कि बुधवार रात को एनआईए की टीम ने वाराणसी से पीएफआई के तीन सदस्यों को हिरासत में लिया था। एनआईए के अधिकारी तीनों को लखनऊ लेकर आई और यहां काफी देर तक तीनों से पूछताछ की गई। बता दें कि तीनों युवक पीएफआई की ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए थे। वहीं लंबी पूछताछ के बाद एनआईए ने तीनों युवकों को छोड़ दिया था। बताया जाता है कि तीनों युवक बुनकरी और कपड़े के कारोबार से जुड़े हैं। फिलहाल उन पर नजर रखी जाएगी। साथ ही उनकी गतिविधियों की जानकारी की जाएगी।
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मौत के डेढ़ साल बाद भी मां-बाप ने बेटे की बॉडी घर में रखी, हालत देख उड़े होश सांप्रदायिक प्रदर्शन में संलिप्तता की आशंका वहीं एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि पीएफआई की ऑनलाइन बैठक और उसमें शामिल सदस्यों, मसलों से लेकर प्रदर्शन के लिए जो रणनीति आदि बनाई गई थी, उसकी गहनता से छानबीन की जा रही है। बैठकों में शामिल होने और बीते दो से तीन साल में हुए सांप्रदायिक प्रदर्शन में संलिप्तता की आशंका होने के चलते उन पर पूरी निगरानी रखे जाने के निर्देश मिले हैं। इसमें यदि कहीं से किसी की भी संलिप्तता पाई जाती है, तो उसे तुरंत पाबंद किए जाने के निर्देश हैं।
अब तक पीएफआई के 106 पदाधिकारी गिरफ्तार गौरतलब है कि एनआईए के नेतृत्व में कई एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोप में गुरुवार को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर पीएफआई के 106 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया था कि केरल में जहां पीएफआई के कुछ मजबूत गढ़ हैं, सबसे ज्यादा 22 गिरफ्तारियां की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई की केरल इकाई के अध्यक्ष सीपी मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमए सलाम, राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलमारम, पूर्व अध्यक्ष ई अबूबकर और अन्य शामिल हैं।