बीएचयू अस्पताल, जिला अस्पताल, और अन्य सरकारी चिकित्सालयों में कोविड जांच भी संभव होगी। पिछले कुछ दिनों से ऑक्सीजन प्लांट संचालन के साथ-साथ सभी जगहों पर जांच के लिए आवश्यक उपकरणों की सत्यापन और दवाइयों के स्टॉक की जांच को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। स्थानीय चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि सभी अस्पतालों में कोरोना जांच के लिए आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा, पूर्व की भांति जीनोम सिक्वेसिंग के लिए आईएमएस बीएचयू को सैंपल भेजे जाएंगे, जिसके लिए निदेशक को तात्कालिक पत्र भेजा जाएगा।
जीनोम सिक्वेसिंग क्या है?
कोरोना संक्रमित रोगियों से लिए गए सैंपल को जीनोम सिक्वेसिंग के लिए लैब में भेजा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से रोग के कारण होने वाले वायरस की पूरी जानकारी मिलती है, जिसमें संबंधित वायरस का पूर्व में किया गया म्यूटेशन भी शामिल होता है। यह विश्लेषण संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या और वायरस के म्यूटेशन की जानकारी प्रदान करता है, जिससे नए रूप के वायरस के खिलाफ सुरक्षा उत्पन्न करने में मदद मिलती है।