चाहते है ‘आयुष्मान कार्ड’ तो जानिए, केंद्र और यूपी सरकार का नया अभियान :डिप्टी सीएम
सामाजिक कार्यकर्ता सूरज कुमार ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि नेपाल से भारत को भेजे जाने वाले मरीज केजीएमयू-लोहिया व पीजीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बजाए चिनहट के कठौता स्थित क्रिसेंट हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। यहां इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है। शिकायत के बाद इस प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच शुरू कर दी गई है।
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अफसरों का कहना है कि जिन समितियों के माध्यम से मरीज भेजे जा रहे हैं, अस्पताल प्रशासन से जानकारी लेकर जांच की जाएगी। हालांकि अस्पताल संचालक मो.इस्तिफाक का दावा है कि करीब एक दर्जन समितियों से उनका अनुबंध है। नियमानुसार मरीज उनके अस्पताल में आते हैं। सिंडिकेट चलाने का आरोप बेबुनियाद है। शिकायतकर्ता के विरुद्ध वह कोर्ट में भी केस करने की तैयारी कर रहे हैं।