रास नहीं आई पड़ोसी की खुशी
बागेश्वर के रणकुंणी गांव के दो परिवारों की खुशी गम में तब्दील हो गई है। घटना के दिन पीड़ित परिवार स्कूटी लाने की खुशी मना रहा था। आरोपी कुंदन का परिवार भी उनकी खुशी में शरीक होने पहुंचा था। नशे में धुत कुंदन को पड़ोसी की खुशी कतई रास नहीं आई। नशे में आपा खोए कुंदन ने रसोई सिलेंडर को ब्लास्ट कर पड़ोसी का घर ही फूंक डाला। उस घटना में 11 लोग घायल हुए थे, जिनमें से मां और उनके दो बेटों सहित चार लोगों की मौत हो गई है। दीपावली पर घर को रोशन करने की तैयारी में जुटे दो हंसते खेलते परिवारों के घरों में हमेशा के लिए गम और दुख का अंधेरा छा गया है। ये भी पढ़ें:-
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अग्निकांड को अंजाम देने वाला कुंदन नाथ शराब का आदी था। शराब पीकर वह अपना आपा खो देता था। 29 अक्तूबर को नारायण का परिवार नई स्कूटी लेकर आया था। शाम को वह इसकी खुशी मना रहे थे। कार्यक्रम में माधोनाथ, नारायण गिरी के परिवार के अलावा आस-पड़ोस के लोग भी शामिल हुए। पड़ोसी की खुशी की जलन में कुंदन ने उनके घर को आग के हवाले कर डाला था। वह शराब के नशे में धुत होकर वहां पहुंच गया और सबसे अभद्रता करने लगा। ये देख उसके पिता वहां से अपने घर आ गए, जबकि पड़ोस की एक महिला अपने दो बच्चों को लेकर किनारे हो गई। वहां मौजूद लोगों ने कुंदन को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नारायण के घर में घुस गया और सिलेंडर का पाइप खोलकर उसमें आग लगा दी। इस हादसे में दो परिवारों के चार लोगों की मौत हो गई।