ग्राम प्रधान समेत सभी मुस्लिम परिवारों ने किया बहिष्कार बाराबंकी जिले के फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के रेरिया गांव से सामने आया है। यहां एक मुस्लिम परिवार को बीजेपी को वोट देना इतना भारी पड़ गया कि ग्राम प्रधान सहित गांव के सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया है। हद तो तब हो गई जब इस परिवार को गांव की मस्जिद में नमाज पढ़ने और उनकी दुकान से गांव वालों को सामान लेने से रोक दिया गया। ऐसे में गांव वालों के इस जुल्मों सितम से यह परिवार काफी परेशान हैं।
31 मई को शादी लेकिन धमकी दे रहे प्रधान बाराबंकी के इस परिवार में रिवार में इसी महीने 31 तारीख को लड़के की शादी है। इनका लड़का सऊदी से घर आया है। लेकिन अब ग्राम प्रधान सहित गांव के लोग लड़के की शादी में शामिल न होने और शादी में गांव में टेंट न लगाने का फरमान सुना चुके हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि गांव के प्रधान समेत कुछ लोग उनकी एक जमीन को मदरसा के लिये देने का दबाव बना रहे हैं।
प्रधान की धमकी शादी में शामिल हुए तो 20 हज़ार जुर्माना पीड़ित परिवार का आरोप है कि गांव के प्रधान समेत बाकी ने कहा है कि अगर गांव में किसी ने भी उनके परिवार के लोगों से बात की, शादी में खाना खाया या कोई भी मतलब रखा तो उनको 20 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा। साथ ही शादी में टेंट लगाने वालों, खाना बनाने वालों समेत बाकी लोगों को भी मना कर दिया है। इसके अलावा उनको मस्जिद में नमाज पढ़ने से भी रोका जा रहा है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उन लोगों ने कई साल पहले एक जमीन भी खरीदी थी, गांव के प्रधान समेत बाकी लोग उनपर दबाव बना रहे हैं कि हम वह जमीन मदरसा के लिये खाली कर दें। ऐसे में हम लोग काफी परेशान हैं।
मुस्लिम परिवार ने मांगी पुलिस से सुरक्षा गांव वालों के हुक्का-पानी बंद करने से परेशान परिवार का आरोप है कि उन लोगों ने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन पुलिस आखिर क्यों मदद करें क्योंकि पुलिस तो ग्राम प्रधान से मिली हुई है। आखिर पुलिस ग्राम प्रधान से मिली नहीं होती तो परिवार को अब तक न्याय मिल गया होता और परिवार सकून से रह रहा होता। परिवार का आरोप है कि पुलिस उनपर जबरदस्ती सुलह का दबाव बना रही है।
हालांकि बात कुछ भी हो लेकिन परिवार काफी परेशान है। घर में शादी है, ऐसे में गांव वालों ने हुक्का-पानी बंद कर दिया है। परिवार को मस्जिद में नमाज पढ़ने नहीं दिया जा रहा। यह सब सोचकर परिवार को लगता है कि उसने बीजेपी को वोट देकर बहुत बड़ी गलती कर दी है क्या। क्योंकि अगर बीजेपी को वोट न दिया होता तो उनके साथ ऐसा नहीं होता और पुलिस उसकी मदद जरूर करती। इस खबर ने यह सवाल फिर पैदा कर दिया है कि कुछ मुसलमानों को बीजेपी को वोट देना बाकी लोगों को इतना क्यों अखर रहा है? ऐसे में अब देखना यह होगा कि आखिर यह खबर देखकर जिले के आला अधिकारी इस परिवार को कब तक न्याय दिला पाते हैं।