मोहन यादव को एमपी का सीएम बनाए जाने पर सपा के प्रमुख नेताओं ने चुप्पी साधी है। हालांकि यूपी, बिहार व हरियाणा में यादव मतदाताओं को लुभाने की रणनीति के तहत मोहन यादव को मध्य प्रदेश की कमान सौंपी गई है। उत्तर प्रदेश में जहां करीब 10-12 प्रतिशत आबादी यादवों की हैं, वहीं बिहार में इनकी संख्या 14.26 प्रतिशत और हरियाणा में 10 प्रतिशत के आसपास है। वर्ष 2001 में तत्कालीन सीएम राजनाथ सिंह के कार्यकाल में गठित हुकुम सिंह कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में भी पिछड़ी जातियों में सबसे ज्यादा संख्या यादव जाति की है। भाजपा ने मोहन यादव को लाने का दांव देश की हिंदी पट्टी के इन्हीं जातीय समीकरणों को देखते हुए लिया है।