इसी वर्ष कर्नाटक में हुए चुनाव के जरिए बसपा ने यूपी से बाहर पहली बार किसी अन्य प्रदेश में अपना खाता खोला था। बसपा से एक मात्र विधायक एन महेश ने वहां विधानसभा की सीट जीती और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में उन्हें प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री का दर्जा मिला, लेकिन आज उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को अपना इस्तीफा सौंपा और कहा कि अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कोल्लेगल पर अधिक ध्यान देने तथा लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से उन्होंने अपना पद छोड़ा है।
ये भी पढ़ें- अब यहां हुआ ट्रेन हादसा से, आनन-फानन में सीएम योगी ने तुरंत दिए निर्देश, दो दिनों में तीन हादसों से मचा हड़कंप मायावती के निर्देश पर तोड़ दूंगा गठबंधन- एन महेश का इस्तीफा ऐसे समय आया है तब बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगामी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने से साफ इंकार कर दिया व पार्टी के ऊपर कई आरोप भी लगाए। वहीं महेश भी अपने बयान में यह कह चुके हैं कि अगर पार्टी अध्यक्ष मायावती चाहेंगी या कहेंगी कि वे गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे दें तो वह उनके निर्देशों का पालन करेंगे। महेश कांग्रेस, बीजेपी और जनता दल सेक्युलर पर जातिवादी राजनीति करने का भी आरोप लगा चुके हैं। साथ महेश इस्तीफा देने के संबंध ने उन्होंने साफ कहा कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी अशोक सिद्धार्थ से बात करने के बाद उन्होंने इसका फैसला लिया है। वैसे कहा यह भी जा रहा है कांग्रेस से नाराजगी के चलते मायावती ने महेश को इस्तीफा देने के लिए कहा है।