ये भी पढ़ें- Election 2019: कांग्रेस ने यूपी से किए अब तक 27 प्रत्याशियों के नाम घोषित, जानें पार्टी के बड़े चेहरे किस सीट से लड़ेंगे चुनाव आपका बता दें कि बसपा जिन्हें लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाती है, उन्हें ही चुनावों के लिए प्रत्याशी के रूप में उतारती है।
ऐसे में देखा जाएं तो निम्न बसपा नेताओं को यह सीटें दी जा सकती हैं- नकुल दुबे- सीतापुर, मनोज अग्रवाल- फर्रुखाबाद, संजय कुमार साहू- हमीरपुर, डॉ. नीलू सत्यार्थी- मिश्रिख, निशा सचान, अकबरपुर, चौधरी राम शिरोमणि- श्रावस्ती, गिरीश चंद्र जाटव- नगीना, अजीत बालियान, अलीगढ़, मनोज सोनी- आगरा, सतबीर नागर- गौतमबुद्धनगर, अजय सिंह पंकज- जालौन, अमर चंद्र जौहर-शाहजहांपुर, योगेश वर्मा- बुलंदशहर, हाजी याकूब कुरैशी- मेरठ, अरशद इलियास सिद्दीकी- धौरहरा, अफजाल अंसारी- गाजीपुर, सीएल वर्मा मोहनलालगंज, दूधराम- बांसगांव, आरएस कुशवाहा- सलेमपुर, सुखदेव प्रसाद वर्मा- फतेहपुर, राम प्रसाद चौधरी- बस्ती, भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी- संतकबीरनगर, मलूक नागर- अमरोहा।
ये भी पढ़ें- इस लोकसभा सीट पर 9 बार ब्राह्मण, 3 बार क्षत्रिय व 3 बार पठानों पर ही मतदाताओं ने जताया भरोसा आचार संहिता का न हो उल्लंघन- बैठक में कहा गया कि सपा-बसपा के शीर्ष नेत्रत्व की अपील का प्रभाव प्रदेश की जनता पर देखने को मिल रहा है। साथ ही सपा, बसपा व रालोद सभी पुराने गिले-शिकवे मिटाकर अहंकारी भाजपा को हराने की कोशिश में लग गई हैं। मायावती ने इसी के साथ ही सभी को आचार संहिता का सम्मान करते हुए उसका उल्लंघन न करने के निर्देश दिए हैं।
कांशीराम व बाबा साहब का जन्मदिन मनाया जाएगा सादगी के साथ- चुनाव के मद्देनजर यह फैसला लिया गया कि बसपा के संस्थापक कांशीराम का जन्मदिन व बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती शालीनता व सागदी के साथ घर पर भी मनाई जाएगी। इसके बदले मायावती ने सभी को चुनावों की तैयारियों में तन, मन, धन से जुट जाने के निर्देश दिए, जिससे कांशीराम व बाबा साहब की इच्छा पूरी हो सके।
भाजपा पर साधा निशाना- मायावती ने अंत में भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी न केवल जातिवादी, सांप्रदायिक और गरीब विरोधी पार्टी है बल्कि साम, दाम, दंड, भेद का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने में विश्वास करती है। जब्कि देश की जनता जबर्दस्त महंगाई, गरीबी, बढ़ती बेरोजगारी आदि की मार से बुरी तरह जूझ रही है।