डालीगंज के बन्दीमाता मन्दिर में मनी हनुमान जी की छठी
लखनऊ। हनुमान जयंती के बाद राजधानी में सोमवार को हनुमान जी की छठी धूमधाम से मनाई गई। मुख्य आयोजन डालीगंज के बन्दीमाता मन्दिर में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के श्रीमहंत देवेन्द्रपुरी जी महाराज के सानिध्य में मनाया गया। लाॅकडाउन के चलते मन्दिर के पट बन्द रहे। मन्दिर में नियमित पूजा अर्चना करने वाले महंत, अचार्य व सेवादारों द्वारा छठी कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। छठी पर मन्दिर की महंत पूजा पुरी ने सुबह और शाम की आरती, अभिषेक किया। बाद में गढ़ी चावल और बड़ा का भोग लगाया गया। अगले क्रम में महंत देवेन्द्र पुरी की अगुआई में कोरोना से मुक्ति के लिए यज्ञ किया गया। सेवादार वैशाल सक्सेना ने बताया कि शाम को भजन गायक मयंक सक्सेना का लिखे व स्वर बद्ध भजन ’ जय रघुनन्दन जय सियाराम बन्दी मां के बसे हनुमान’के स्वर गूंजे।
बन्दीमाता मन्दिर का इतिहास मन्दिर की सेवादार वैशाली सक्सेना ने बताया कि अयोध्या से हनुमान जी अलीगंज के नया हनुमान मन्दिर जाने के दौरान बाल्मीकि आश्रम जाने के उदेश्य से बन्दी माता मन्दिर आये थे। अहिरावण जब राम लक्ष्मण को बलि देने जा रहा था तब हनुमान जी ने बन्दीमाता का स्मरण किया था। बन्दीमाता के आशीर्वाद से ही हनुमान जी ने अहिरावण का वध किया। तभी से बन्दीमाता के रुप में हनुमान जी की पूजा होती है।