उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा ने ब्राह्मण कार्ड चला है। महेंद्रनाथ पांडे चंदौली से भाजपा के सांसद है। ब्राह्मण बिरादरी के कारण महेंद्रनाथ पाण्डेय का इस पद के लिए दावा ज्यादा मजबूत था। ऐसे में ब्राह्मण बिरादरी को रिझाने के लिए महेंद्रनाथ पाण्डेय पर पार्टी दांव लगाने पर ज्यादा विचार कर रही थी।
दस नामों की सूची आलाकमान को भेजी गई थी- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर काफी समय से असमंजस कि स्थिति बनी हुई थी। प्रदेश भाजपा टीम ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दस नामों की सूची आलाकमान को भेजी थी। यह सूची बीते दिनों लखनऊ प्रवास पर आए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से चर्चा के बाद बनाई गई थी।
बुधवार को नई दिल्ली में आलाकमान की बैठक में सूची के छह नामों से दौड़ से बाहर कर दिया गया। बेदखल हुए नामों में प्रियंका रावत और रामशंकर कठेरिया के नाम भी शामिल थे। आलाकमान के जरिए तय किये गए अंतिम चार चेहरों में महेंद्र नाथ पाण्डेय नाम सबसे ऊपर था। इनके अलावा संजीव बालियान का दावा सबसे ज्यादा मजबूत माना जा रहा था है।
महेंद्रनाथ पाण्डेय फिलवक्त केंद्र की
नरेंद्र मोदी सरकार में मानव संसाधन राज्यमंत्री हैं, जबकि संजीव बालियान केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री हैं। वहीं महेंद्रनाथ पाण्डेय का दावा ब्राह्मण बिरादरी के कारण ज्यादा मजबूत था। केंद्रीय सरकार में कलराज मिश्र और महेंद्रनाथ पाण्डेय ही यूपी में ब्राह्मण चेहरा हैं। कलराज मिश्र उम्रदराज हैं, ऐसे में ब्राह्मण बिरादरी को रिझाने के लिए महेंद्रनाथ पाण्डेय पर पार्टी दांव लगाने पर विचार कर रही थी।