जानकारी के मुताबिक माफिया खान मुबारक लंबे समय से हरदोई की जेल में बंद था। कुछ दिनों से खान मुबारक की तबीयत काफी खराब चल रही थी। तबीयत बिगड़ने के बाद मुबारक को हरदोई जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। इस घटना की जानकारी के बाद जेल और उसके आसपास बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
इन दिनों यूपी में पिछले कुछ महीने में किसी न किसी कारण से माफिया की मौत या हत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सबसे पहले प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्या हुई। तो वहीं चंद दिनों पूर्व लखनऊ में कोर्ट परिसर के भीतर माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगेस्टर संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
साल 2012 में यूपी के महाराजगंज के टांडा तहसील के बहुचर्चित भट्ठा व्यवसायी औऱ ट्रांसपोर्टर कारोबारी की हत्या कर से माफिया खान मुबारक चर्चा में आया था। माफिया खान मुबारक अपने बड़े भाई की तरह ही अंबेडकरनगर में अपराध की दुनिया में आया था। अंडरवर्ल्ड डॉन खान जफर के भाई खान मुबारक ने डॉक्टर और कारोबारियों को रंगदारी के लिए निशाना बनाया था।
खान मुबारक पर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के पुलिस थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, वसूली और गैंगस्टर समेत तमाम संगीन धाराओं में 44 मुकदमे दर्ज थे। सबसे चर्चित मामला था कि क्रिकेट मैच के दौरान जब अंपायर ने उसे आउट करार दे दिया था तो उसने उसे गोली मार दी थी।
छोटा राजन गैंग का शॉर्प शूटर रहा है खान मुबारक
माफिया खान मुबारक मुंबई 2006 के काला घोड़ा केस काफी चर्चा में आया था। तो वहीं 2007 में कैश वैन लूटकर भी वो सुर्खियों में रहा सूत्र बताते हैं कि छोटा राजन गैंग का शॉर्प शूटर था खान मुबारक उसका बड़ा भाई जफर सुपारी भी कुख्यात अपराधी थी।
क्यों जाना जाता था खान मुबारक बोतल डॉन के नाम से
जरायम की दुनिया में माफिया खान मुबारक बोतल डॉन के नाम से जाना जाता था। खान मुबारक ने एक कारोबारी को कोड़े से पीटने के साथ सिर पर बोतल रख कर निशाना साधा था और एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। तभी से उसका नाम बोतल डॉन भी पड़ गया।