लुलु मॉल सुर्खियों में क्यों जानें लुलु मॉल के चर्चा में आने की मूल वजह 13 जुलाई को नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होना थ। उसके जवाब में 14 जुलाई को हिंदू महासभा ने हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया पर प्रशासन-पुलिस के मान-मनौव्वल के बाद मामला संभाल गया। फिर लुलु मॉल प्रशासन पर रोजगार देने में मुस्लिम पूर्वाग्रह का आरोप लगा कर माल का बायकाट करने की कोशिश की गई। लुलु मॉल प्रशासन ने आरोपों को नकार दिया। रविवार को करणी सेना के कार्यकर्ता भी मॉल के बॉयकॉट का पोस्टर लगाकर निकले। पर उन्हें रोक लिया गया।
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यूपी में आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान 15 जिलाध्यक्ष व 4 महानगर अध्यक्ष बनाए गए आरोपियों ने कबूला अपराध अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, पकड़े गए आरोपियों में लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी का रहने वाला मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, सीतापुर का मोहम्मद लोकमान और मोहम्मद नोमान शामिल है। लुकमान और नोमान सगे भाई हैं। जो कि सीतापुर के लहरपुर थानाक्षेत्र के मंगोलपुर के रहने वाले हैं। आरोपियों ने कबूल किया कि 12 जुलाई को लुलु माल परिसर में बिना अनुमति के नमाज पढ़ी थी और उसका वीडियो भी बनाया था और सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इन चारों के साथ कुल 9 लोग नमाज पढ़ने गए थे। पुलिस पांच अन्य की तलाश कर रही है।
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GST : सावन के पहले सोमवार को लगा जोर का झटका, यूपी में दूध के बढ़े दाम से भौचक्क हुई जनता मुस्लिम पूर्वाग्रह के आरोपों को लुलु मॉल प्रशासन ने किया खारिज लुलु मॉल पर आरोप लगे हैं कि, वह अपनी रोजगार नीति में पक्षपाती है और मुसलमानों को तरजीह देता है। मुस्लिम पूर्वाग्रह के आरोपों को खारिज करते लुलु मॉल के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने बयान जारी कर कहाकि, प्रतिष्ठान में किसी को भी धार्मिक गतिविधि संचालित करने की छूट नहीं है। उसके 80 प्रतिशत कर्मचारी हिंदू हैं। और बाकी मुस्लिम, ईसाई और विभिन्न अन्य समुदायों से हैं। यह पूरी तरह से प्रोफेशनल प्रतिष्ठान है। बिना किसी भेदभाव के व्यापार करता है। हमारे कर्मचारियों को कौशल और योग्यता के आधार पर काम पर रखा जाता है, न कि जाति, वर्ग या धर्म के आधार पर। बयान में कहा गया कि, पब्लिक प्लेस में नमाज पढ़ने वालों पर मॉल प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं – सीएम योगी लखनऊ लुलु मॉल नमाज विवाद पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए कहाकि, काननू के साथ खिलवाड़ करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के साथ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि, यातायात बाधित कर सड़कों पर किसी प्रकार के धार्मिक क्रियाकलाप की अनुमति नहीं दी जाए। साथ ही धार्मिक जुलूसों या यात्राओं में किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। इसका उल्लंघन करने वालों पर पुलिस-प्रशासन कड़ी कार्रवाई करें।
लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन अबू धाबी मुख्यालय स्थित लुलु समूह की एक शाखा लखनऊ के शहीद पथ पर शुरू की गई है, जिसका उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था। लुलु समूह के मलिक भारतीय मूल के कारोबारी युसूफ अली हैं।