यूपी ने सरकारी गेहूं खरीद में तोड़ा अपना ही रिकार्ड, 54.25 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा बनाया नया रिकार्ड रिकार्ड पर रिकार्ड :- वैसे तो योगी सरकार लगातार नए रिकार्ड बना रही है। किसान से गन्ना खरीद, फसल भुगतान इन मामलों में भी योगी सरकार अव्वल रही है। अब चीनी मिलों का गन्ना मूल्य के भुगतान में योगी सरकार ने रिकार्ड बना दिया है। इस बार चीनी मिलों ने चीनी उत्पादन में रिकार्ड बनाया है।
इस सत्र का भुगतान जारी है :- प्रदेश सरकार ने गन्ना पेराई सत्र 2017-18 में चीनी मिलों का गन्ना मूल्य का 35,442.14 करोड़ का भुगतान किया था जबकि 2018-19 में 33,048.06 करोड़ रुपए और 2019-20 में 35,898.85 करोड़ रुपए का भुगतान किया। पेराई सत्र 2020-21 में 21,228.61 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है और अभी मिलों का भुगतान हो ही रहा है। विभाग के अनुसार, 2017-18, 2018-19 व 2019-20 में यूपी सरकार ने चीनी मिलों का शत प्रतिशत भुगतान किया है। सरकार अब तक कुल 136,278.75 करोड़ रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान कर चुकी है।
बकाए के लिए सरकार का मुंह ताक रहे किसान :- प्रदेश की चीनी मिलों को तो सरकार सौ फीसद भुगतान कर रही है पर उत्तर प्रदेश का गन्ना किसान अपने बकाए के लिए लगातार सरकार से मदद की गुहार कर रही है। और इंतजार कर रहा है कि चीनी मिलें कब बकाया दें। दूसरे लगातार तीसरा साल हो गया है जब गन्ना मूल्य घोषित तो किया गया पर उसमें कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है। पर अब इस वर्ष चुनावी साल होने की वजह से गन्ने की कीमतों में कुछ बढ़ोतरी की जाएगी। मायावती सरकार के दौरान कीमतों में 92 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी और सपा सरकार में 27 फीसदी गन्ना के मूल्य बढ़ाए गए थे।
चीनी उत्पादन में भी बनाया रिकार्ड :- वर्ष 2017-18 में 1111.90 लाख टन गन्ना पेराई से चीनी मिलों में 120.50 लाख टन चीनी का उत्पादन किया। वर्ष 2018-19 में 1031 लाख टन पेराई के बाद चीनी मिलों ने 118.22 लाख टन चीनी का उत्पादन किया। 2019-20 में चीनी मिलों द्वारा 126.37 लाख चीनी उत्पादन किया गया जबकि वर्तमान पेराई सत्र में चीनी मिलें 105.62 लाख टन चीनी उत्पादन कर चुकी हैं।