यूपी का आंकड़ा :- शिक्षामित्रों का मानदेय इस वक्त 10 हजार रुपए है। अनुदेशकों को करीब सात हजार रुपए मानदेय मिलता है।। 3.5 लाख रसोइयों को 1500 रुपए मानदेय दिया जाता है जिसमें 1000 रुपए केंद्र और 500 रुपए यूपी सरकार देती है।
अक्टूबर माह में मिलेगा बढ़ा मानदेय :- महंगाई इस वक्त अपने चरम पर है। यूपी में मानदेय बढ़ाने के लिए शिक्षामित्रों लगातार मांग कर रहे हैं। अब योगी सरकार उनकी मुराद पूरी करने जा रही है। अगस्त में जारी अनुपूरक बजट में सीएम योगी ने मानदेय बढ़ाने के लिए 699.16 करोड़ रुपए का प्राविधान किया था। बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने बताया कि मानदेय बढ़ना तय है, कितना बढ़ेगा यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। पर यह तय है कि अक्टूबर माह में इन सभी त्यौहार खुशी से मनेंगे।
शिक्षामित्रों का दूसरी बार बढ़ेगा मानदेय :- शिक्षामित्रों को वर्ष 2017 में 3500 रुपए मानदेय मिलता था। पर सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई, 2017 को शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद कर दिया था। इस पर प्रदेश सरकार ने सभी शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाकर 10 हजार रुपए महीना कर दिश था। पर शिक्षामित्र नाराज रहे। पर अक्टूबर माह से शिक्षा मित्रों का मानदेय एक हजार रुपए बढ़ जाएगा।
अनुपूरक बजट में मानदेय बढ़ाने का बजट :- उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार ने अनुपूरक बजट में रोजगार सेवकों, प्रांतीय रक्षक दल जवानों, ग्राम प्रहरी/चौकीदारों, आशा (ग्रामीण व शहरी) व आशा संगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सहायिकाओं, शिक्षामित्रों, रसोइयों और अंशकालिक अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाने के लिए 699.16 करोड़ रुपए का प्राविधान किया है।