असीम अरुण कानपुर और सतीश गणेश वाराणसी के पहले पुलिस कमिश्नर नियुक्त पहले चरण के लिए नामांकन तीन अप्रैल को :- यूपी सरकार ने आपत्तियां निस्तारित कर गुरुवार को फाइनल आरक्षण सूची जारी कर दी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद शनिवार से नामांकन पत्रों का विक्रय शुरू हो जाएगा। पहले चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन तीन और चार अप्रैल को होगा। दूसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन सात और आठ अप्रैल को होगा। तीसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 13 और 15 अप्रैल को होगा। चौथे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 17 और 18 अप्रैल को होगा।
पहले चरण में 15 अप्रैल :- पहले चरण में 15 अप्रैल को 18 जिलों में वोटिंग होगी। पहले चरण में सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, जौनपुर व भदोही में मतदान होगा।
20 जिलों के वोटर दूसरे चरण के लिए 19 अप्रैल को देंगे मत :- दूसरे चरण में 19 अप्रैल 20 जिलों में मतदान होगा। इसमें मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी तथा आजमगढ़ के मतदाता वोट डालेंगे।
तीसरा चरण 26 अप्रैल को, 20 जिलों में पड़ेंगे वोट :- तीसरे चरण में 26 अप्रैल को 20 जिलों में वोट पड़ेंगे। इसमें शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, चंदौली, सिद्धार्थनगर, देवरिया, मिर्जापुर तथा बलिया में मतदान होगा।
29 अप्रैल को चौथे चरण में 17 जिले शामिल :- 29 अप्रैल को चौथे चरण में 17 जिले के मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे और गांव की नई सरकार चुनेंगे। चौथे चरण में हापुड़, बुलंदशहर, संभल, शाहजहांपुर, मथुरा, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकरनगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र तथा मऊ में वोट पड़ेंगे।
गड़बड़ी करने वालों पर एनएसए :- त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है। गड़बड़ी फैलाने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन पर एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। जोनल मजिस्ट्रेटों को भी खास जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। शिक्षामित्रों ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी से इनकार कर दिया है। सफाई में कहा है कि सरकार की उपेक्षा की वजह से यह कदम उठा या जा रहा है।