भारी बारिश से दीवार गिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद आफताब हुसैन ने कहा कि,, स्मारक के उचित रखरखाव के बावजूद भारी बारिश के दौरान दीवार गिर गई। घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद, साइट प्रभारी ने क्षेत्र का दौरा किया। उनके द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर, इंजीनियर जाएंगे और हुए नुकसान को देखेंगे। साथ ही इसकी एक रिपोर्ट भी सौपेंगे। इसके बाद, इसे बहाल किया जाएगा। हालांकि, कार्यकर्ताओं ने कहा है कि, खराब रखरखाव के कारण इमारत कमजोर हो गई और इसके चलते एक हिस्सा ढह गया।
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– आगरा में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी कई बार एएसआई को सूचित किया गया – हेरिटेज एक्टिविस्ट हेरिटेज एक्टिविस्ट मोहम्मद हैदर ने कहा, हमने कई बार एएसआई को सूचित किया है लेकिन इतनी शिकायतों के बावजूद एएसआई द्वारा संरचना को मजबूत बनाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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– नरेंद्र गिरि मामले में एफआईआर वापस नहीं होगी : महंत रवींद्र पुरी बेगमात रॉयल फैमिली नाराज बेगमात रॉयल फैमिली ऑफ अवध की अध्यक्ष प्रिंसेस फरहाना मालिकी ने इमामबाड़े की बुर्जी गिरने पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने हुसैनाबाद ट्रस्ट और एएसआई पर ऐतिहासिक इमामबाड़े की देखरेख न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, अल्लाह का शुक्र है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। अगर प्रदेश सरकार ऐतिहासिक धरोहरों की देखभाल नहीं करेगी तो आने वाली नस्लें ऐतिहासिक इमारतों को सिर्फ इतिहास के पन्नों में ही देखने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने बुर्जी की मरम्मत जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की।
आसिफी इमामबाड़े कब बना जानें लखनऊ में स्थित आसिफी इमामबाड़े जिसे 1784 में अवध के नवाब आसफ.उद.दौला ने बनाया था। यह निजामत इमामबाड़ा के बाद दूसरा सबसे बड़ा इमामबाड़ा है।