गुरुवार को प्रियंका गाधी वाड्रा ने लोकसभा चुनाव अभियान की समाप्ति एक रोड शो के साथ हिमाचल प्रदेश के सोलन में की। इससे पहले गुरुवार को ही उन्होंने जाखू मंदिर, हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर अंतिम रोड शो सोलन में किया। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक 55 दिनों के इस चुनाव अभियान में प्रियंका ने 108 जनसभाओं एवं रोड शो में हिस्सा लिया। अमेठी और रायबरेली में हज़ारों कार्यकर्ताओं के दो सम्मेलनों को भी उन्होंने संबोधित किया।
रायबरेली और अमेठी में चलाया सबसे तेज अभियान
चुनाव अभियान के दौरान प्रियंका ने 100 से अधिक मीडिया बाइट्स, 5 प्रिंट मीडिया इंटरव्यू, 1 टीवी इंटरव्यू भी किया। कांग्रेस का मानना है कि प्रियंका गांधी ने हर दिन 2-3 जनसभाओं और रोड शो के जरिए चुनाव अभियान को धार दी। सबसे तेज अभियान उन्होंने रायबरेली और अमेठी में चलाया। यहां उन्होंने हर दिन औसतन 8-10 सभाओं, स्वागत समारोह और रोड शो में हिस्सा लिया।
प्रियंका ने यूपी चुनाव अभियान का जिम्मा उठाया
उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में डेरा डालकर प्रियंका ने चुनाव अभियान का जिम्मा उठाया। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने कर्नाटक और केरल के भी चुनाव अभियान में जान फूंकी। असम और त्रिपुरा की सबसे महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव अभियान किया। उत्तराखंड के गढ़वाल व कुमाऊं, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा व उत्तर महाराष्ट्र, कर्नाटक के मैसूर कर्नाटक, कल्याण कर्नाटक, कित्तूर कर्नाटक, पंजाब के मालवा क्षेत्रों की सीटों को भी कवर किया। झारखंड की आदिवासी बाहुल्य सीटों, राजस्थान में मारवाड़, पूर्वी राजस्थान, जयपुर क्षेत्र, मत्स्य क्षेत्र (अलवर) की सीटों, छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग, बस्तर संभाग, रायगढ़ संभाग और मध्य प्रदेश की चंबल की सीटों को भी उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान कवर किया। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्रियंका की सहारनपुर, धुबरी, फतेहपुर सीकरी, सिरसा, नंदूरबार, कुल्लू, वायनाड, ज़हीराबाद, वाराणसी की जनसभा व रोड शो में लोगों की रिकॉर्ड उपस्थिति देखने को मिली।