पत्रिका न्यूज नेटवर्क लखनऊ. राजधानी लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में रविवार को सड़कों पर लॉकडाउन का असर दिखा। पूरा दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और बाजार बंद रहे। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही आते-जाते दिखे। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते जनता ने भी घर में बैठना ही मुनासिब समझा। बेहद जरूरी होने पर ही लोग बाहर निकलते नजर आये। नतीजन, गोमतीनगर, हजरतगंज और पुराने लखनऊ जैसे इलाकों में भी सन्नाटा पसरा रहा। यह देखते हुए पुलिस भी किसी को रोक-टोका नहीं। उधर, मथुरा, वाराणसी, कानपुर, आगरा और प्रयागराज में भी लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा है। इस दौरान प्रदेश भर में अभियान चलाकर सेनेटाइजेशन का काम किया गया।
कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन का आह्वान किया गया है। रोजाना रात आठ बजे से सुबह 7 बजे नाइक कर्फ्यू रहता है। इस तरह प्रदेश में 35 घंटे का कोरोना कर्फ्यू है। गौरतलब है कि प्रशासन द्वारा कर्फ्यू की घोषणा किए जाने से पहले ही शहर के अमीनाबाद के कुछ बाजारों ने अपने आप ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी।