डिफेंस एक्सपो-2020 के दूसरे दिन एचएएल में निर्मित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर को मिलिट्री सर्टिफिकेट सौंपा गया। इस मौके पर चीफ टेस्ट पायलट उन्नी पिल्लई, टेस्ट पायलट अनिल गोल्डी और एचएएल के अनुसंधान और अभिकल्प केंद्र के अपर महाप्रबंधक यशवंत सिंह मौजूद रहे। गौरतलब है कि यशवंत सिंह के नेतृत्व में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर का निर्माण किया गया है। मिलिट्री सर्टिफिकेट मिलने के बाद एचएएल पहले चरण में 187 हेलीकॉप्टर बनाएगा, जिसमे 126 हेलीकॉप्टर भारतीय सेना को मिलेंगे, जबकि 61 वायुसेना को। एलयूएच को भारतीय जंगी बेड़े में शामिल चीता हेलीकॉप्टर के स्थान पर शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि 40 साल से सेना का हिस्सा रहे चीता को अगले साल रिटायर किया जाना तय है।
चीता हेलीकॉप्टर से कई मायनों में बेहतर एलयूएच ने कोल्ड सोक तथा शून्य के नीचे तापमान की बाधाओं को पार कर लिया है। टेस्ट टीम के मुताबिक, लेह में कोल्ड वेदर टेस्टिंग के दौरान एलयूएच को -20 से -25 डिग्री के तापमान पर 14 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ाया गया, लेकिन कोई दिक्कत नहीं आई। इसके अतिरिक्त कोल्ड सोक टेस्ट भी बखूबी पास किया। इस टेस्ट में जबरदस्त ठंड में हेलीकॉप्टर को खुले में छोड़ दिया जाता है। फिर सुबह स्टार्ट करते देखा जाता है कि बैटरी, इंजन और रोटर्स आदि प्रभावित हुए हैं अथवा नहीं।