1,05,439 किसानों से हो चुकी है खरीद
योगी सरकार के निर्देशन में धान खरीद तेजी से हो रही है। एजेंसियों द्वारा पिछले वर्ष 2023-24 तक 25 नवंबर की अवधि तक 5.79 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी, जो इस वर्ष 1.49 लाख मीट्रिक टन बढ़कर 7.28 लाख मीट्रिक टन से अधिक हो चुकी है। इस वर्ष अब तक 1,05,439 किसानों से खरीद हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए थे ये निर्देश
विगत दिनों
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर धान खरीद को लेकर समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने धान खरीद में तत्परता व पारदर्शिता बरतने का निर्देश देते हुए कहा था कि किसानों को हर हाल में 48 घंटे के भीतर भुगतान किया जाए। इसकी नियमित समीक्षा भी की जाए।
इस वर्ष किसानों को अब तक 1,464 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया था कि किसानों के बैठने, छाया, पेयजल आदि की बुनियादी सुविधा भी क्रय केंद्रों पर होनी चाहिए। सीएम के निर्देश के उपरांत स्थानीय प्रशासन व खाद्य-रसद विभाग की तरफ से क्रय केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। मुख्यालय से इसकी मॉनीटरिंग भी की जा रही है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली अक्टूबर से धान खरीद शुरू हुई थी, जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस अवधि में बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, झांसी तथा लखनऊ संभाग के हरदोई, सीतापुर व लखीमपुर खीरी में भी धान खरीद की जा रही है।
वहीं, पूर्वी
उत्तर प्रदेश में पहली नवंबर से धान खरीद प्रारंभ हुई थी, जो 28 फरवरी तक चलेगी। इस अवधि में अयोध्या, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, आज़मगढ़, वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज, कानपुर, चित्रकूट व लखनऊ संभाग के लखनऊ, रायबरेली व उन्नाव जनपद में खरीद सुचारू रूप से चल रही है।
क्या है धान का समर्थन मूल्य
सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2,300 रुपये व ग्रेड ए का 2,320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। किसानों को धान की उतराई, छनाई व सफाई की मद में 20 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रतिपूर्ति भी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में किसानों द्वारा धान बिक्री के लिए खाद्य-रसद विभाग व अन्य क्रय एजेंसियों के कुल 4,215 क्रय केंद्र निर्धारित किए गए हैं। क्रय केंद्र सुबह 9 से शाम 5 बजे तक संचालित हो रहे हैं। इस वर्ष बंटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण-नवीनीकरण कराते हुए धान की बिक्री जा रही है।