Yogi Government: आपदा पीड़ितों की सहायता पर बोली लखीमपुर की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल
Yogi Government: आपदा पीड़ितों का सहारा बनी सरकार, ₹30 करोड़ लखीमपुर खीरी जनपद को दिए। बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए अब तक 156 करोड़ से अधिक की धनराशि जारी।
Yogi Government: योगी सरकार ने विभिन्न आपदाओं से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए भारी भरकम रकम जारी की है। जिलों की मांग पर राज्य आपदा मोचक निधि से यह राशि आवंटित की गई है। योगी सरकार ने कुल 175 करोड़ से अधिक की धनराशि जारी की है। इसमें से 120 करोड़ रुपये बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों और परिवारों को राहत सहायता देने, कृषि निवेश अनुदान समेत अन्य राहत कार्यों के लिए पहले ही जारी कर दिए गए थे। इस मद में योगी सरकार ने 36 करोड़ से अधिक की धनराशि दोबारा जारी की है, जिसमें सबसे अधिक 30 करोड़ रुपये लखीमपुर खीरी को दिए गए हैं।
बाढ़ प्रभावित लखीमपुर खीरी को सबसे अधिक 30 करोड़ रुपये जारी
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दैवीय आपदाओं से पीड़ित लोगों की हरसंभव मदद के लिए काफी संवेदनशील रहते हैं। साथ ही आपदा ग्रस्त इलाकों की खुद मॉनिटरिंग के साथ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहते हैं। यही वजह है कि पिछले सात वर्षों में प्रदेश में आपदा के दौरान जनहानि और धनहानि में काफी कमी दर्ज की गई है। साथ ही आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता राशि प्रदान की जा रही है। इसी के तहत योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभिन्न आपदाओं के लिए 175 करोड़ 40 लाख 77 हजार 392 रुपये जारी किए हैं।
इसमें 6 जिलों (कासगंज, मेरठ, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर और मथुरा) को बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों, परिवारों को राहत सहायता देने, कृषि निवेश अनुदान समेत अन्य राहत कार्यों के लिए 36 करोड़ 75 लाख 77 हजार 392 रुपये जारी किए गए हैं। इसमें सबसे अधिक धनराशि लखीमपुर खीरी को 30 करोड़, पीलीभीत को 4 करोड़, कासगंज को 1.25 करोड़, कानपुर नगर को 1 करोड़, मेरठ को 50 लाख और मथुरा को 77 हजार 392 रुपये जारी किए गए हैं। इससे पहले इसी मद में योगी सरकार ने 120 करोड़ रुपये जारी किए थे। प्रदेश में मानसून की दस्तक से पहले योगी सरकार ने 10 करोड़ रुपये राहत कार्यों की तैयारियों के लिए जारी किए थे।
बेमौसम भारी वर्षा और अतिवृष्टि से हुए नुकसान के लिए 65 लाख रुपये
राहत आयुक्त ने बताया कि योगी सरकार ने सांड और नीलगाय के आघात से होने वाली घटनाओं के पीड़ितों के लिए फतेहपुर और पीलीभीत को 54 लाख रुपये जारी किए हैं। इसमें फतेहपुर को 30 लाख और पीलीभीत को 24 लाख दिए गए हैं। इसी तरह मानव-जीव द्वंद्व के लिए बलरामपुर, प्रतापगढ़ और बिजनौर को 64 लाख जारी किए गए हैं। इनमें बलरामपुर को 28 लाख, प्रतापगढ़ को 12 लाख और बिजनौर को 24 लाख दिए गए हैं।
वहीं बेमौसम भारी वर्षा और ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए बलरामपुर, गोरखपुर और पीलीभीत को 65 लाख दिए गए हैं। इनमें पीलीभीत को 50 लाख, गोरखपुर को 10 लाख व बलरामपुर को 5 लाख रुपये की धनराशि दी गई है। इसके अलावा लू प्रकोप के लिए मिर्जापुर को 8 लाख और औरैया को 4 लाख आवंटित किए गए हैं। इतना ही नहीं, आंधी-तूफान के लिए बलरामपुर, प्रतापगढ़ और फर्रुखाबाद को 20 लाख रुपये दिए गए हैं।
इसमें प्रतापगढ़ को 10 लाख, बलरामपुर व फर्रुखाबाद को 5-5 लाख रुपये दिए गए हैं। आकाशीय बिजली के लिए कुल 3 करोड़ 97 लाख रुपये दिए गए हैं। इनमें गोरखपुर को 20 लाख, बांदा को 1 करोड़, फर्रुखाबाद को 20 लाख, मऊ को 80 लाख, चंदौली को 24 लाख, महोबा को 75 लाख, गोंडा को 20 लाख, बिजनौर को 8 लाख और चित्रकूट को 50 लाख रुपये दिए गए हैं। योगी सरकार ने सर्पदंश के लिए 2 करोड़ 25 लाख रुपये दिए हैं। इनमें बांदा को 1 करोड़, चित्रकूट को 50 लाख और महोबा को 75 लाख रुपये दिए हैं। वहीं डूबने से होने वाली मौत के लिए प्रदेश के 16 जिलों को कुल 10 करोड़ 16 लाख रुपये दिए गए हैं।