बेटे के डिप्टी सीएम बनने पर कही थी ये बात- साल 2017 में जब भाजपा सरकार बनने के बाद केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम बने थे जब बुजुर्ग पिता ने उम्मीद जताई थी वह गरीबों की परेशानी को समझेंगे और उसे दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे। वो जानते थे कि केशव ने जिस गरीबी में अपना बचपन बिताया है और कड़ी मेहनत और संघर्ष के ज़रिये यह मुकाम हासिल किया है, वह बेहद मुश्किल है। उन्होंने बेटे के नसीहत देते हुए कहा थी कि हर काम करने से पहले वो हमेशा ईश्वर को याद करे। उनका मानना था कि ईश्वर को याद करने से कभी कोई गलती नहीं होगी।
पिता के साथ चाय के ठेले पर करते थे केशव काम- श्याम लाल मौर्या ने केशव के बचपन को याद करते हुए कहा था कि गरीबी और मुफलिसी में बिताए गए बचपन में केशव ने बहुंच संघर्ष किया। उनके मुताबिक़ केशव बचपन में उनके साथ चाय के ठेले पर काम करते थे और सुबह के वक्त अखबार बांटते थे। केशव राजनीति में तो बेहद गंभीर रहते हैं। लेकिन बचपन में वह बेहद शरारती थे। शरारतों की वजह से वह अक्सर उन्हें डांटते थे और कई बार पिटाई भी कर देते थे। एक बार केशव घर छोड़कर भी चले गए थे, लेकिन 12 साल बाद वीएचपी नेता अशोक सिंहल के कहने पर ही वापस घर लौटे थे।