सपा का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी सूत्रों के मुताबिक करीब 55 से ज्यादा जिला पंचायतों में भाजपी की तैयारियां पूरी हैं। दरअसल 2015 में सत्तारुढ़ सपा के 62 जिला पंचायत अध्यक्ष थे। इसलिए भाजपा ने सपा का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 65 का लक्ष्य रखा है। उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही पार्टी हर जिले में मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की देखरेख में चुनाव कराएगी। सभी सदस्यों को मतदान के दिन तक किसी होटल, रिसोर्ट, धर्मशाला, स्कूल-कॉलेज भवन में पार्टी की निगरानी में रखा जाएगा। उधर क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी पार्टी ने 500 से ज्यादा क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद पर चुनाव जिताने की रणनीति बनाई है। योजना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव होने के 10 से 15 दिनों के बाद क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव कराए जाएंगे।
आयोग के पद भी भरेंगे आपको बता दें कि प्रदेश में अल्पसंख्यक आयोग, एससी आयोग और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के पद खाली हैं। जल्द ही इन आयोगों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा भी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सरकार में खाली चल रहे अहम आयोगों के अध्यक्ष पदों पर नियुक्ति को लेकर नामों पर भी सहमति बन गई है। पिछले दिनों यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह और राष्ट्रीय महासचि बीएल संतोष ने लखनऊ का दौरा कर मंत्रियों, विधायकों और पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की थी। इस बैठक में आयोगों, निगमों में खाली पदों और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मंथन हुआ था। अब कहा जा रहा है कि इस बैठक के बाद बानी सहमति को अमली जामा पहनाने की कवायद शुरू हो गई है। जल्द ही जिला पंचायत अध्यक्षों के नाम व आयोगों और निगमों में खाली पदों पर नियुक्तियों का ऐलान हो सकता है।