लखनऊ. आपसी कलह के चलते अगर समाजवादी पार्टी दो खेमों में बंटी तो यह मुलायम सिंह यादव के लिए किसी झटके से कम नहीं होगा। एक तो उनकी 25 साल की बनाई पार्टी दो धड़ों में बंट जाएगी, दूसरे उनका मुख्य हथियार ‘अखिलेश’ भी उन्हीं के खिलाफ ताल ठोंकेगा। इसके अलावा उन्हें एक और झटका उनके दिल में रहने वाले भाई जैसे अमर सिंह देंगे। न्यूज एजेंसी से बातचीत में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने बताया कि वह लंदन जा रहे हैं और मार्च के अंत में ही इंडिया वापस आएंगे। मतलब तब तक चुनावी रिजल्ट आ चुका है। बता दें कि यूपी में सात चरणों में चुनाव है और 11 मार्च को विधानसभा चुनाव का परिणाम आएगा। ये भी पढ़िेए- गठबंधन की तैयारी पूरी! राहुल कैंप ने अखिलेश को सौंपी 115 उम्मीदवारों की सूची अमर सिंह ने बताया कि उनका इलाज लंदन में चल रहा है। समाजवादी पार्री में चल रहे विवाद के कारण उन्हें इंडिया बुलाया गया था। अब वह फिर इलाज के लिए लंदन लौटने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मैं लंदन-सिंगापुर में अपना इलाज कराउंगा और आखिरी मार्च तक ही भारत लौटूंगा। अखिलेश के निशाने पर रहे हैं अमर सिंह यादव परिवार में मचे घमासान के बीच अमर सिंह मुलायम सिंह यादव के साथ खड़े दिखाई दिए। उन्होंने कहा था कि मेरा पूरा समर्थन नेताजी के साथ है। उनकी अवमानना करना पार्टी का अनुशासन भंग करने के समान है। जो लोग भी मुलायम के खिलाफ काम कर रहे हैं, वह बिल्कुल असंवैधानिक, अनैतिक और गलत है। इससे अखिलेश और रामगोपाल यादव सार्वजनिक मंच से अमर सिंह को ‘बाहरी’ कहकर निशाना साधते रहे हैं। ये भी पढ़िेए- अखिलेश खेमे की स्टार प्रचारक हो सकती हैं डिंपल यादव फ्रीज हो सकता है साइकिल चुनाव चिह्न समाजवादी पार्टी में चुनाव चिह्न की लड़ाई चुनाव आयोग की चौखट पर पहुंच चुकी है। दोनों खेमों का दावा है कि असली समाजवादी पार्टी और साइकिल चुनाव निशान उनकी पार्टी का है। फिलहाल चुनाव आयोग ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। जानकारों का मानना है कि हालातों को देखते हुए कहा जा सकता है कि साइकिल चुनाव चिह्न फ्रीज हो सकता है। ये भी पढ़िेए- मुलायम की दर्द गाथा : साइकिल भी मेरी, पार्टी भी मेरी और आप भी मेरे