योगी सरकार ने विशाख जी. अय्यर को बनाया लखनऊ का नया डीएम
विशाख अय्यर: एक कुशल और प्रभावशाली अधिकारी
प्रारंभिक जीवन और शिक्षाविशाख अय्यर का जन्म केरल में हुआ और उन्होंने अपनी शिक्षा भी वहीं पूरी की। बीटेक डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में कदम रखा। 2011 बैच के इस अधिकारी ने अपने कुशल प्रशासन और ईमानदारी से जनता के बीच एक अलग पहचान बनाई है।
विशाख अय्यर ने अपने करियर की शुरुआत वाराणसी और मेरठ में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के पद से की। इसके बाद वह हमीरपुर और चित्रकूट के जिलाधिकारी बने। इन जिलों में उन्होंने विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया और जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया।
विशाख अय्यर को कानपुर का जिलाधिकारी दो बार बनाया गया। उनके नेतृत्व में कानपुर में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू हुईं। बाद में उन्हें अलीगढ़ का डीएम बनाया गया, जहां उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए उल्लेखनीय कार्य किए।
उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: लखनऊ डीएम समेत 31 आईएएस और 3 मण्डलयुक्त अधिकारियों का तबादला
आईएएस अपूर्वा दुबे: एक सशक्त महिला अधिकारी
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन: अपूर्वा दुबे भी मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा के बाद 2014 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश किया। अपूर्वा दुबे अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए जानी जाती हैं।दंपति की शादी और साझेदारी
2019 में हुई शादी: विशाख अय्यर और अपूर्वा दुबे ने 2019 में शादी की। यह शादी केरल में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई। दोनों ही अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में प्रभावशाली भूमिका निभाते रहे हैं।लखनऊ में शीतलहर का कहर: 1 से 8 तक के स्कूल 17 जनवरी को बंद, डीएम का आदेश
साझा जिम्मेदारी निभाने का उदाहरण
दोनों अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में रहते हुए एक-दूसरे को प्रशासनिक चुनौतियों से निपटने में मदद की। इनकी आपसी समझ और समर्पण ने उन्हें प्रशासनिक दुनिया में एक प्रेरणादायक जोड़ी बना दिया है।दोनों की खास बातें और उपलब्धियां
- समर्पित कार्यशैली: विशाख अय्यर और अपूर्वा दुबे अपने कार्यक्षेत्र में पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से काम करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
- विकास योजनाओं में योगदान: दोनों अधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में कई विकास योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है।
- महिला सशक्तिकरण: अपूर्वा दुबे ने महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
- सामाजिक सुधार: विशाख अय्यर ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए पहल की है।
- प्रेरणादायक जोड़ी: इनकी आपसी समझ और तालमेल ने उन्हें अन्य प्रशासनिक दंपतियों के लिए प्रेरणा बना दिया है।
हाल ही में हुए प्रशासनिक फेरबदल में विशाख अय्यर को लखनऊ का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। यह उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि लखनऊ जैसे बड़े शहर में प्रशासनिक कामकाज संभालना चुनौतीपूर्ण है। अपूर्वा दुबे ने भी विभिन्न जिलों में अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाई हैं और आने वाले समय में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो सकती है।