पहले जानिए कौन हैं IAS अन्नपूर्णा गर्ग?
अन्नपूर्णा गर्ग हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाली हैं। अन्नपूर्णा ने 10वीं गीता कान्वेंट स्कूल से और 12वीं एमवीएन सेक्टर-17 से पास की। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। अन्नपूर्णा गर्ग के पिता राजेंद्र गर्ग बिजनेसमैन हैं। जबकि मां मीना गर्ग हाउस वाइफ हैं। अन्नपूर्णा गर्ग ने
सिविल सेवा परीक्षा-2015 में 68वीं रैंकिंग हासिल की थी। उन्होंने तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली थी। वह वर्ष 2016 बैच की आईएएस अधिकारी है। इससे पहले अन्नपूर्णा गर्ग ने बागपत, बलिया, कुशीनगर और लखनऊ में कार्य किया है। वह 17 अक्टूबर 2023 को ग्रेटर नोएडा की एसीईओ बनकर आई थीं। अब उनका ग्रेटर नोएडा से भी ट्रांसफर हो गया है।
UPSC Exam के दो प्रयासों में करना पड़ा असफलता का सामना
IAS अन्नपूर्णा गर्ग ने साइकोलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा में आने का निर्णय लिया।
यूपीएससी के शुरुआती सफर में उन्हें 2 बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तीसरे प्रयास में सफलता प्राप्त कर इतिहास रच दिया। IAS अन्नपूर्णा गर्ग साल 2015 की यूपीएससी परीक्षा क्लियर की। उन्हें UPSC में 68वीं रैंक मिली। इसके बाद उन्हें साल 2016 बैच का यूपी कैडर अलॉट किया गया था।
बलिया के बांसडीह में बटोरी थीं सुर्खियां
अन्नपूर्णा गर्ग साल 2018 में जब बलिया के बांसडीह में एसडीएम पद पर तैनात थीं। तब उन्होंने एक मामले को लेकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं। दरअसल, एक महिला सिपाही के मामले की जांच के दौरान उनके गार्ड का एक सिपाही के साथ झगड़ा हो गया था। बात मारपीट और हाथापाई तक पहुंच गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार सिपाही ने अन्नपूर्णा गर्ग के साथ भी बदसलूकी की थी। उस दौरान यह मामला प्रदेश भर में सुर्खियां बना था। अब उनके बेहतर कामकाज को देखते हुए
योगी सरकार ने उन्हें कार्मिक विभाग का विशेष सचिव बनाया है।