अयोध्या में हुआ था निकाह
गाजीपुर निवासी पीड़िता के मुताबिक, उनका निकाह वर्ष 2004 में अयोध्या के रुदौली निवासी एक युवक से हुआ था। वर्ष 2007 में उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया था। जन्म के दो महीने बाद बेटे के दिव्यांग होने का पता चला। इसके बाद ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे।
रिश्तेदार ने की अश्लील हरकत
पति दूसरे निकाह की सहमति का दबाव बनाने लगा। इसके लिए राजी न होने पर एक रिश्तेदार में घर में ही अश्लील हरकत की। पति और परिवार वालों से शिकायत की तो मारपीट की गई। पीड़िता के भाई ने बताया कि नवंबर में जब बहन घर आई तो पति ने कागज पर तलाकनामा थमाकर भगा दिया। लेकिन वह अपनी ससुराल में ही रही। मां को इस बारे में पता चला तो उनकी तबीयत खराब हो गई। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। मां की मौत की खबर सुनकर वह अपने मायके चली गई। दो दिसंबर को वह घर पहुंची तो उसे पति ने उन्हें तीन तलाक देकर घर से भगा दिया। तब से अभी तक कई बार कोशिश की गई लेकिन कोई हल नहीं निकला।
थाने में दर्ज हुआ मुकदमा
इंस्पेक्टर गाजीपुर विकास राय के मुताबिक पति, ससुर, सास, ननद समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।