लखनऊ

अपराधियों ने ढूंढ निकाला Cyber Crime का नया तरीका, खुद बचें और दूसरों को भी करें सावधान

परिजनों और दोस्तों को भी सावधान कर दें कि वो किसी को अपना Aadhar Number और Fingre Print न दें, Cyber Crime से बचें

लखनऊNov 11, 2017 / 07:15 am

Hariom Dwivedi

लखनऊ. आपके बटुए पर ऑनलाइन ठगों (Online Swindells) की नजर है। साइबर अपराधी आपको लूटने के लिए कई नए-नए तरीके (Cyber Crime) ईजाद कर रहे हैं। आजकल बहुत से लोग डोर-टू-डोर घूम रहे हैं जो पे-टीएम (paytm) या फिर कोई अन्य सर्विस के बहाने आपका आधार नंबर (AADHAR NUMBER) व फिंगर प्रिंट ले लेते हैं। इसलिए किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने आधार नंबर के साथ अपना फिंगर प्रिंट न दें। परिजनों और दोस्तों को भी सावधान कर दें कि वो किसी को अपना आधार नंबर और फिंगर प्रिंट न दें। परेशान करने वाली बात ये है कि आप इस तरह की ठगी का शिकायत भी दर्ज नहीं करा सकते, क्योंकि फिंगर प्रिंट देने का मतलब ही यह है कि आप इसके लिए सहमत हैं।
साइबर अपराधी (Cyber Criminals) आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम AEPS में आपका आधार आपके ATM तथा आपका फिंगर प्रिंट उसके PIN का कार्य करते हैं। आधार नंबर के साथ फिंगर प्रिंट देने पर साइबर अपराधी कभी भी आपका बटुआ उड़ा सकते हैं। मतलब आपकी Fingre Print और Aadhar Number हासिल कर बिना आपकी मर्जी के भी वो आपके बैंक से सारा पैसा निकाल लेंगे।
इसके अलावा Cyber Fraud के जो मामले सामने आ रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा एटीएम कार्ड क्लोनिंग और पेमेंट गेटवे के माध्यम से रकम निकालने के हैं। इसके अलावा साइबर अपराधी बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करने, केवाईसी अपडेट करने, क्रेडिट/डेबिट कार्ड रिन्यू कराने और ऑनलाइन गिफ्ट भेजने के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं।
साल भर में तेजी से बढ़ गया क्राइम का ग्राफ
डिजिटल और कैशलेस इंडिया (Digital and Cashless India) की ओर तेजी से बढ़ते कदम के बाद ऑनलाइन ठगी के चांसेज ज्यादा बढ़ गए हैं। लखनऊ के साइबर सेल प्रभारी विजय वीर सिरोही बताते हैं कि 2016 में 986 साइबर फ्रॉड की शिकायतें आई थीं, जबकि 2017 में 1600 साइबर फ्रॉड के मामले सामने आए हैं। मतलब इस दौरान साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से (40 फीसदी) बढ़ा है।
जितना ज्यादा Online Transaction, उतना ज्यादा रिस्क
लखनऊ के हजरतंगज स्थित साइबर सेल के प्रभारी विजयवीर सिरोही कहते हैं कि लोग जितना ज्यादा ऑनलाइन लेन-देन करेंगे, साइबर फ्रॉड के मामले उतने ही बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को बैंक अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के अफसरों की मदद से सुलझाया जा रहा है। लेकिन लोगों को खुद भी सावधानी बरतने की जरूरत है।
लुभावने ऑफर देते हैं Cyber Criminal
साइबर अपराधी वेबसाइट को क्लिक करवाने के नाम पर घर बैठे पैसा देने का ऑफर देते हैं। साथ ही लॉटरी पाने के नाम पर ईमेल के जरिये बैंक अकाउंट, पैन नंबर (Pan Card) आदि की जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके अलावा नामी-गिरामी कंपनियों के नाम पर ईमेल के जरिये नौकरी का ऑफर देने के साथ-साथ कलेक्टिव इनवेस्टमेंट स्कीम्स के साथ ही लुभावने इंश्योरेंस का आवेदन देते हैं।
ऐसे बचें ऑनलाइन धोखाधड़ी से
आधार नंबर के साथ अपना फिंगर प्रिंट न दें : आजकल आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम AEPS में आपका आधार आपके ATM तथा आपका फिंगर प्रिंट उसके PIN का कार्य करते हैं। आधार नंबर के साथ फिंगर प्रिंट देने पर आपके साथ किसी भी तरह की धोखा-धड़ी हो सकती है। आप इसकी शिकायत भी दर्ज नहीं करा सकते, क्योंकि फिंगर प्रिंट देने का मतलब ही यह है कि आप इसके लिए सहमत हैं। आजकल बहुत से लोग डोर टू डोर घूम रहे हैं जो पे-टीएम या फिर कोई दूसरी सर्विस के बहाने आपका आधार नंबर व फिंगर प्रिंट ले लेते हैं। इसलिए किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने आधार नंबर के साथ अपना फिंगर प्रिंट न दें। परिजनों और दोस्तों को भी सावधान कर दें।
अज्ञात ई-मेल्स को क्लिक न करें
साइबर अपराधी कहीं से आपका ई-मेल आईडी लेकर उस पर मेल भेजते हैं, जिनमें नौकरियां और लुभावने ऑफर की बात होती है। अपराधी इन ई-मेल्स के जरिए आपकी पर्सनल डिटेल हासिल करना चाहते हैं। ऐसे में किसी भी अनजाने मेल पर क्लिक करने से बचें।
अपडेट रखें एंटी वायरस
आपके सिस्टम से भी ऑनलाइन डाटा चोरी होने का खतरा रहता है। इसलिए अपने कंप्यूटर की सिक्योरिटी उच्च स्तर की बनाए रखें। इसके लिए जरूरी है कि सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर या एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें। इससे नए वायरस तत्काल पकड़ में आ जाएंगे।
मोबाइल यूज़र रखें विशेष ध्यान
इंटरनेट सर्फिंग करते समय विशेष ध्यन रखें, खासकर जब आप मोबाइल के जरिए शॉपिंग करते हों या सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हों। मोबाइल यूजर पूरी तरह आश्वस्त हो लें कि जेब में मोबाइल रखने से पहले उन्होंने मोबाइल लॉक कर लिया है। नहीं तो आप नुकसान में पड़ सकते हैं। क्योंकि अगर आपका मोबाइल लॉक नहीं है तो जल्दबाजी में कोई भी गलत बटन दब सकता है। संभव हो तो मोबाइल को जेब में रखने से पहले इंटरनेट बंद कर दें।
बदलते रहें पासवर्ड
ऑनलाइन ठगी से बचने का सबसे बढ़िया तरीका है कि आप लगातार अपना पासवर्ड बदलते रहें। इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि किसी भी वेबसाइट पर पासवर्ड याद रखने के विकल्प रिमेंमबर मी पर कतई क्लिक न करें। ये आपके लिए नुकसान देह साबित हो सकता है। पासवर्ड बदलते समय ध्यान रखें कि कभी भी अपने परिजनों के नाम बच्चों के बर्थडे की तारीखों से न रखें, क्योंकि इससे आप हैकर्स की राह आसान कर देंगे।
फोन पर भी न दें डिटेल
कई मामलों में देखा गया है कि ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग क्रेडिट/डेबिट कार्ड रिन्यू कराने के नाम पर लोगों को फोन करते हैं। खुद को बैंक का अधिकारी/कर्मचारी बताते हुए आपके क्रेडिट/डेबिट कार्ड के एक्सपायर होने की बात कहते हैं। आपको डराते हैं कि अगर आज ही इसे अपडेट नहीं किया तो आपका क्रेडिट/डेबिट कार्ड बंद हो जाएगा। उसे सही करने के लिए वो आपसे आपके कार्ड का नंबर और पिन नंबर आदि मंगाते हैं। भूलकर भी ये डिटेल न दें, वरना आप ठगी का शिकार हो जाएंगे।

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