17 वर्षीय छात्र ने लखनऊ में चलाई गोलियां, दी आत्महत्या की धमकी
छात्र जो तीन भाइयों में सबसे छोटा है, दोपहर करीब 2 बजे स्कूल से घर लौटा। जब उसने देखा कि घर पर कोई नहीं है, तो वह अपने माता-पिता से नाराज होकर कमरे में बंद हो गया। कुछ देर बाद उसने खिड़की के पास खड़े होकर अपने पिता की पिस्टल से तीन राउंड फायरिंग की। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन छात्र ने उन्हें भी धमकाते हुए अपने परिवार वालों को बुलाने की जिद की। परिवार के लोग जब वहां पहुंचे, तो छात्र ने खिड़की से पिस्टल तान दी और दरवाजा खोलने के लिए कहा, लेकिन उसने आत्महत्या करने की धमकी दे दी। परिजनों और पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह किसी की बात मानने को तैयार नहीं हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही गुडम्बा और इन्दिरानगर पुलिस के साथ एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्र को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र लगातार आत्महत्या की धमकी देता रहा। 12 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी छात्र का हाई वोल्टेज ड्रामा जारी रहा, और पुलिस उपयुक्त समय का इंतजार कर रही थी ताकि छात्र को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
छात्र की मानसिक स्थिति को लेकर पुलिस को संदेह
डीसीपी उत्तरी अभिजित आर शंकर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर छात्र को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छात्र बात करने को तैयार नहीं है। पुलिस को संदेह है कि छात्र नशे में है या उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन परिवार के सदस्य इस बात की पुष्टि नहीं कर पाए कि छात्र ने ऐसा क्यों किया। डीसीपी ने बताया कि पिस्टल छात्र के पिता की लाइसेंसी थी, जिसे छात्र ने अलमारी का ताला खोलकर निकाल लिया। छात्र द्वारा हवाई फायरिंग करने के बाद आसपास के फ्लैट खाली करा दिए गए, ताकि कोई अनहोनी न हो। पुलिस और परिवार के सदस्य अभी भी छात्र को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं, और स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।