अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी बीमारियों से भी बचाएगी चाय सीमैप द्वारा तैयार की गई हर्बल चाय ऐसी चाय है जो कि बुढ़ापा रोकने में मददगार साबित होगी। साथ ही इसके अन्य फायदे भी होंगे। ये चाय अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी बीमारियों को ठीक करने में मददगार होगी। चाय की खासियत ये है कि इसमें कोआगुलेटिंग गुण है, जिससे कि रक्त में जमाव नहीं होता। यही वजह है कि चाय का नियमित इस्तेमाल पार्किंसन रोग या अल्जाइमर जैसी बीमारी से बचाने में बचाता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंडीइन्फ्लेमेट्री गुण मौजूद हैं जो कि शरीर में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
छू मंतर होगा बुढ़ापा डॉ. राकेश पांडेय ने बताया कि सेहत की सलामती के लिए कोशिकाएं दिन रात काम करती हैं। पर, उचित खान-पान न होने से कोशिकाओं को पोषण नहीं मिल पाता है। जिससे तमाम तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। शरीर कमजोर होने लगता है। नतीजतन समय से पहले व्यक्ति बुढ़ा नजर आने लगाता है। लोगों को बढ़ापे से बचाने के लिए औषधीय पौधों के अर्क से चाय तैयार की गई है। इसे पीने से कोशिका को ताकत मिलेगी। जो बुढ़ापे को पास नहीं फटकने देगी। ये चाय हर्बल है। इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। उन्होंने बताया कि चाय को लेकर किया जा रहा कार्य आखिरी दौर में है। जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगी। इस चाय को एक कप गरम पानी में डिप करके आसानी से तैयार किया जा सकता है।
20 वैज्ञानिकों की टीम ने किया है तैयार सीमैप के वैज्ञानिक डॉ. राकेश पांडेय ने कहा कि इस तकनीक को 20 वैज्ञानिकों की टीम ने मिलकर तैयार किया है। इसमें शोध छात्रों ने भी उनकी मदद की है। बीएचयू ने भी इसका परीक्षण किया है।
किसानों को भी मिलेगा फायदा डॉ. राकेश पांडेय के अनुसार, यह चाय किसानों को भी फायदा देगी। चाय की खासियत यह है कि इसमें इस्तेमाल की जाने वाली हर्ब संस्थान एरोमा मिशन के तहत किसानों के खेतों में लगवा रहा है। इससे किसान सीधे तौर पर चाय कंपनियों को कच्चा माल बेच सकेंगे। इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।