पश्चिमी यूपी का छोटा शकील था कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना, अयोध्या कारागार में काटे थे दस माह
स्क्रैप-कंपनी के ठेके कब्जे को लेकर सुंदर भाटी से हुई गैंगवारगौतमबुद्ध नगर में स्क्रैप, सरिया और कंपनी के ठेके कब्जाने के अवैध धंधे पर सुंदर भाटी गिरोह हावी था। दुजाना जल्द से जल्द अमीर बनना चाहता था। इसलिए वह इन धंधों में दखल देने लगा। उधर, जरायम की दुनिया में रणदीप भाटी गिरोह भी सक्रिय हो चुका था। रणदीप भाटी गिरोह सुंदर भाटी का विरोधी था। इसके चलते अनिल और रणदीप गिरोह की निकटता हो गई थी।
साल 2012 में अनिल के गिरोह ने खेड़ी गांव के जयचंद प्रधान की हत्या की। इसके बाद सुंदर भाटी गिरोह ने हरेंद्र प्रधान की हत्या की। सुंदर भाटी पर साहिबाबाद व गौतमबुद्ध नगर में हुए जानलेवा हमले में भी अनिल दुजाना गिरोह का नाम आया था। सुंदर भाटी और अनिल दुजाना गिरोह की गैंगवार में कई लोगों की हत्या हुईं। अनिल दुजाना पर गौतमबुद्ध नगर के अलावा मुजफ्फरनगर के सात और गाजियाबाद में भी कई केस दर्ज हैं।
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खुद चुनाव जीता और पत्नी को भी राजनीति में लाने का किया प्रयासजेल में रहते हुए ही दुजाना ने वर्ष 2011 में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा। उसके मैदान में उतरते ही अन्य प्रत्याशी पीछे हट गए थे। हालांकि बाद में चुनाव हुआ। जिसमें उसे जीत हासिल हुई। असने पत्नी पूजा को जिला पंचायत का चुनाव लड़ाने का प्रयास किया था। पूजा ने नामांकन पत्र भी खरीद लिया था। लेकिन बाद में किसी वजह से नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था।