मैंने कम उम्र में ही यह ठान लिया था कि मैं कुछ ऐसा करूंगी जिससे बच्चों में खाने पीने की अच्छी आदत और सेहतमंद वातावरण में रहने की आदत बन जाए। उन्होंने कहा कि अपने पढ़ाई के दिनों में मैं अपनी सेहत के प्रति बहुत लापरवाह थी जिस वजह से मेरा मोटापा काफी बढ़ गया था इस वजह से मुझे काफी ताने सुनने पड़ते थे इस बात से परेशान होकर 2012 में मैंने जिम ज्वाइन किया वहां के कोच ने मुझे सेहतमंद खाने से प्यार करना सिखाया और यहीं से मेरी दुनिया बदल गई।
अपनी संस्था के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हेल्थ सेट गो जो कि भारत भर में बच्चों को सेहतमंद बनाने के लिए प्रेरित करता है आज हमने अपनी संस्था के माध्यम से करीब 77 शहरों के 250 से भी ज्यादा स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्यवर्धक खाने की आदत के लिए प्रेरित किया है वहीं करीब 500 से अधिक डॉकटर संस्था में इस कार्य के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं हम सभी के समेकित प्रयास से करीब 250000 से भी ज्यादा बच्चे और उनके अभिभावकों को स्वस्थ खान-पान की आदतों को अपनाने में मदद मिली है आज हम पूरे भारत में सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी दोनों को ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
वर्ष 2018 में 30 साल से कम उम्र की महिला उद्यमी में शामिल होने वाली प्रिया प्रकाश का मानना है कि एक स्वस्थ बच्चा ही स्वस्थ राष्ट्र का नेतृत्व कर सकता है। प्रिया प्रकाश को अपने ग्लोबल हेल्थ प्रोग्राम के लिए ग्लोबल सिटीजन सिस्को यूथ लीडरशिप अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया है यह पुरस्कार प्रिया को स्कूली बच्चों में हेल्थ केयर के लिए दिया गया है।
फिक्की फ्लो लखनऊ की अध्यक्ष पूजा गर्ग ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिला उद्यमियों के बीच स्टार्टअप को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, आज स्टार्टअप के बल पर ही प्रिया प्रकाश ने अपनी रचनात्मक सोच के द्वारा रोजगार का सृजन करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है वह अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर युवा महिला उद्यमी के रूप में आज ख्याति प्राप्त हैं जो कि हम सभी के लिए प्रेरणादायी है, आज इस कार्यक्रम में उनकी मेजबानी करना गर्व की बात है मुझे उम्मीद है कि हम सभी सदस्यों को उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा और हम कुछ नया करने के लिए प्रेरित होंगे। इस कार्यक्रम में फिक्की फ्लो के सभी 17 अध्याओं के सदस्यों के अलावा शहर के प्रमुख शिक्षकों ने भाग लिया।