त्योहारी सीजन में व्यापार का उछाल
CAIT द्वारा कराए गए सर्वे में यह खुलासा हुआ कि उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में त्योहारी सीजन में करीब 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है। पिछले साल यह आंकड़ा 3.5 लाख करोड़ रुपये था, जबकि इस बार 4.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। सर्वे के अनुसार, व्यापारिक केंद्रों में लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और आगरा जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं, जहां व्यापारियों ने इस बार के सीजन के लिए बड़े पैमाने पर स्टॉक तैयार कर रखा है।UP Cold Weather: लखनऊ का मौसम साफ, यूपी के कई जिलों में बारिश और कड़ाके की ठंड का अलर्ट
संजय गुप्ता ने बताया कि 35 अलग-अलग उत्पादों पर किए गए इस सर्वे में खाने-पीने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सजावटी सामान तक की मांग में भारी वृद्धि होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के इस समय का बाजार व्यापारियों के लिए “गोल्डन पीरियड” साबित होता है, और इस दौरान खरीदारी का ग्राफ अपने चरम पर पहुंच जाता है।प्रदेश के व्यापारिक वितरण केंद्रों में सबसे अधिक मांग
सर्वे में सामने आया कि उत्तर प्रदेश के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों जैसे लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा और मेरठ में कुछ खास उत्पादों की मांग सबसे ज्यादा है। इनमें खाद्य सामग्री, वस्त्र, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सजावटी सामान जैसे प्रमुख उत्पाद शामिल हैं। इसके अलावा मिठाई, ड्राई फ्रूट्स, और पूजा सामग्री की भी मांग बढ़ती जा रही है, जो त्योहारों के इस समय का अहम हिस्सा है।Tourism Development: ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की नई पहल, युवाओं को मिलेगा रोजगार, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
.खाद्य एवं किराना उत्पाद: 13%.ज्वैलरी: 9%
.वस्त्र एवं गारमेंट: 12%
.ड्राई फ्रूट्स: 4%
.नमकीन: 3%
.सजावटी सामान: 6%
.इलेक्ट्रॉनिक्स: 8%
.ऑटोमोबाइल: 20%
व्यापार में वृद्धि के कारण
CAIT का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन शॉपिंग में वृद्धि के कारण व्यापारिक गतिविधियों में उछाल आया है। लोग अब त्योहारों के दौरान न सिर्फ स्थानीय बाजारों में बल्कि ऑनलाइन भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। खासकर मिठाई, इलेक्ट्रॉनिक्स, आभूषण और वस्त्रों की मांग में इजाफा हुआ है।UP New RTO Rules: अब घर बैठे कराएं RTO का काम, DL समेत ये 9 सेवाएं हुईं ऑनलाइन, जानें आवेदन का तरीका
सर्वे के अनुसार त्योहारों के समय सबसे ज्यादा बिक्री करने वाले उत्पादों में मिठाई, नमकीन, पूजा सामग्री, मिट्टी के दिए, मूर्तियां, क्रॉकरी, कपड़े और आभूषण शामिल हैं। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल जैसे बड़े उत्पादों की भी भारी मांग रहती है, जो कि कारोबार में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।