पत्नी के सपने को पूरा करने की कहानी
अरविन्द पाण्डेय की शादी 2015 में अंबेडकर नगर की ज्योति से हुई थी। शादी के बाद उनकी जिंदगी सुख-शांति से चल रही थी। एक दिन ज्योति ने अरविंद को अपने सिंगिंग के शौक के बारे में बताया। अरविंद ने उसी दिन ज्योति को सिंगर बनाने का संकल्प लिया। उसने दिन-रात मेहनत करके ड्राइवरी के साथ-साथ गार्ड की नौकरी भी शुरू की और 5 लाख रुपए जमा करके लखनऊ के बुद्धेश्वर में एक जगह किराए पर लेकर स्टूडियो बनवाया।
सपनों की उड़ान
अरविंद ने ‘कोटवा ज्योति’ स्टूडियो का उद्घाटन ज्योति के हाथों कराया। धीरे-धीरे ज्योति के 5 हजार से अधिक सब्सक्राइबर हो गए और उसे लखनऊ समेत आसपास के शहरों से सिंगिंग के ऑफर मिलने लगे। म्यूजिक इंडस्ट्री से कॉल आने लगे और ज्योति का करियर ऊंचाइयों पर पहुंचने लगा।
धोखा और बिछड़ाव
कुछ समय पहले अरविंद किसी काम से शहर के बाहर गया हुआ था। जब वह लौटा तो घर पर ताला लगा हुआ था। मकान मालिक ने बताया कि ज्योति सामान लेकर चली गई है। अरविंद को पता चला कि ज्योति धर्मेंद्र के साथ गोमती नगर में रह रही है। अरविंद जब धर्मेंद्र के घर पहुंचा तो वहां ज्योति और उसकी बेटी मिले, लेकिन ज्योति की नजरों में अब अरविंद के लिए कोई प्यार नहीं था। धर्मेंद्र ने अरविंद को मारपीट कर भगा दिया।
धर्मेंद्र की एंट्री
अरविंद ने बताया कि उनकी सुख-शांति वाली जिंदगी में धर्मेंद्र शुक्ल की एंट्री हुई। धर्मेंद्र का संगम-धुन नाम से यूट्यूब चैनल था और उसके 5 लाख से अधिक सब्सक्राइबर थे। धर्मेंद्र ज्योति के स्टूडियो पर आने-जाने लगा और दोनों शो करने के बहाने शहर से बाहर भी जाने लगे। धर्मेंद्र पहले से ही शादीशुदा था और उसके बच्चे थे, जो पत्रकारपुरम में रहते थे। अरविंद ने वहां जाकर भी धर्मेंद्र के भाई से मारपीट झेली।
पुलिस की जांच
अरविंद ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने ज्योति से पूछताछ की, तो ज्योति ने अरविंद पर शराबी होने और नशे में मारपीट करने का आरोप लगाया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।