उन्होंने कहा कि इस स्थान पर न ही मस्जिद और न ही कब्रिस्तान है। उन्होंने दावे की पुष्टि करते हुए कहा कि राम जन्म भूमि के दक्षिण तरफ राजस्व अभिलेख में दर्ज निर्मोही अखाड़े के पंच रहे महंत रामदास का सुमित्रा भवन मंदिर प्राचीन काल से स्थित रहा है तथा विवादित परिसर के सामने स्थित सीता गुफा मंदिर तथा अन्य मंदिरों पर निर्मोही अखाड़े के पंच नवल किशोर दास दर्ज रहें हैं। इस प्रकार से राजस्व अभिलेख में अखाड़े के पंचों के नाम है। विवादित परिसर पर महंत रघुनाथ दास के नाम दाखिल खारिज, यह सभी निर्मोही अखाड़े के स्वामित्व के साक्ष्य हैं।1861 में ही राजस्व ग्राम कोट रामचन्दर का पहला सेटेलमेंट हुआ था। इसके नक्शे में आराजी में मस्जिद कहीं दर्ज नहीं है और इसी को आधार मानते हए हाईकोर्ट ने आठ अगस्त 1991 को दिए फैसले में 1961 के सर्वे कमिश्नर की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था।