दोनों देशों के अधिकारी पहुंचे मौके पर
पथराव की घटना के बाद भारत-नेपाल के अधिकारियों ने निर्माणस्थल का संयुक्त निरीक्षण किया। फिर दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक हुई। नेपाल के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि निर्माण आपसी समन्वय के साथ कराया जाएगा। भारत में जिस जगह तटबंध बनाए जा रहे हैं, उस क्षेत्र को नेपाल खुद का बता रहा है। हालांकि अधिकारियों ने यह दावा नहीं किया, मगर सीमा के पार चर्चा यही है। धारचूला में सिंचाई विभाग सेना के वन आर्चर के पास तटबंध बनवा रहा है। ये भी पढ़ें:-
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नेपाल में चर्चा यह थी कि भारत में जिस स्थान पर तटबंध बनाए जा रहे हैं वहां पर नदी का बहाव नेपाल की तरफ है। भारत की तरफ का क्षेत्र ऊंचाई पर है और नेपाल का क्षेत्र निचली तरफ है। तटबंध बनने से नदी नेपाल में कटाव करेगी। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक भारत साइट में तटबंध बनने से नेपाल में भू कटाव का खतरा हो ही नहीं सकता है। वहां पर नदी तीव्र ढलान में बहती है। नेपाल के दार्चुला के जिलाधिकारी यज्ञ राज जोशी ने के मुताबिक पूर्व की भांति आपस में समन्वय बनाकर कार्य किया जाए। भारत-नेपाल मित्र राष्ट्र हैं। एसडीएम धारचूला मंजीत सिंह ने कहा कि तटबंध निर्माण पूर्ण होने के बाद नदी के बहाव को सही करने के लिए मलबे का निस्तारण किया जाएगा।