CTET 2022 में इन टिप्स से हासिल करें सफलता
1. सबसे पहले अभ्यर्थियों को सीटेट का सिलेबस अच्छी तरह देख लेना चाहिए। सीटेट का आयोजन 2 लेवल पर किया जाता है। एक टेस्ट प्राइमरी लेवल के लिए किया जाता है और दूसरा टेस्ट अपर प्राइमरी लेवल के लिए किया जाता है। इन दोनों के सिलेबस में थोड़ा सा अंतर होता है। आप जिस लेवल के लिए टेस्ट देने जा रहे हैं उसके सिलेबस को अच्छी तरह देख लें।
यह भी पढ़े –
इन स्कूलों को बनानी होगी वेबसाइट, जानें बड़े बदलाव 2. आप तैयारी करने से पहले अपने बेस को मजबूत कर लें और अपने सभी कंसेप्ट क्लियर कर लें। इसके लिए आप सीटेट की किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। यूट्यूब पर भी आपको इससे जुड़े कई वीडियो मिल जाएंगे। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं।
3. सिलेबस के अनुसार आप अपनी पढ़ाई का शेड्यूल बनाएं और हर सब्जेक्ट के कुछ घंटे निर्धारित कर दें। हर दिन अपने शेड्यूल के अनुसार पढ़ाई करें। एक भी दिन अपनी पढ़ाई को बाधित ना होने दें और जरूरत पड़ने पर इंटरनेट पर मौजूद मटेरियल का भी इस्तेमाल करें। आपको जो विषय कठिन लगे उसके लिए ज्यादा समय निकालें और उसे मजबूत करें।
यह भी पढ़े –
यूक्रेन के गांवों और झाड़ियों में छुपकर पढ़ा रहे शिक्षक, क्या अधूरा रह जाएगा छात्रों का MBBS डॉक्टर बनने का सपना 4. आप तैयारी करने से पहले अपने बेस को मजबूत कर लें और अपने सभी कंसेप्ट क्लियर कर लें। इसके लिए आप सीटेट की किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए यूट्यूब पर भी आपको इससे जुड़े कई वीडियो मिल जाएंगे। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं।
5. अपना सिलेबस कंप्लीट करने के बाद पिछले कुछ सालों के पेपर और मॉक टेस्ट सीरीज सॉल्व करें। इस दौरान समय का काफी ख्याल रखें। जब आप एक सीरीज सॉल्व कर लें फिर उसका आकलन करें और जहां गलतियां लगें उन्हें सुधारें। अगर आपको इसके लिए कोचिंग ज्वाइन करनी पड़े तो कर सकते हैं। लेकिन सेल्फ स्टडी पर फोकस जरूर बनाए रखें और हर दिन करीब 5 से 6 घंटे पढ़ाई करें।
6. तैयारी के दौरान आप अपनी मेंटल हेल्थ का अच्छी तरह ख्याल रखें और खुद का कॉन्फिडेंस हाई रखें। अगर आप पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ तैयारी करेंगे तो इससे आपको फायदा मिलने की पूरी उम्मीद है। परीक्षा के दौरान आप खुद को शांत रखें और निर्धारित समय में पेपर सॉल्व करने की कोशिश करें। सबसे पहले वह सवाल सॉल्व करें जो आपको आ रहे हैं। मुश्किल सवालों को बाद में सॉल्व करें। तनाव या फिर बहुत सोचने से भी बचना है।