यूपी में कोरोना वैक्सीन का सफल ड्राई रन ट्रायल, जानें बच्चों के लिए कब आएगी वैक्सीन
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वैक्सीन के सफल ट्रायल के बाद कोरोना को मात देने की उम्मीद लोगों में जगी है। यह वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई गई। कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन के सफल ट्रायल के बाद अनुमान है कि मकर पर यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। उधर, कोविड वैक्सीनेशन के सफल ट्रायल के बाद बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है।
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को 12 साल से अधिक उम्र के किशोर के लिए भी सोमवार को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल गयी। भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को वैक्सीन को अब टीनेजर पर भी क्लिनिकल ट्रायल मोड में इस्तेमाल करने की मंजूरी मिल गई है। भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने यह मंजूरी दे दी है। भारत बायोटेक की यह कोरोना वैक्सीन 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को क्लिनिकल ट्रायल के तहत दी जा सकेगी। इसमें जिस बच्चे को टीका लगाया जाएगा उस पर नजर रखी जाएगी और उसके लक्षणों की जांच की जाती रहेगी।
कोविशील्ड और कोवाक्सिन में से कौन है बेहतर यूपी समेत पूरे भारत में मकर संक्रांति पर कोरोना वैक्सीन की शुरुआत हो जाएगी। 14 जनवरी से देशभर में एक साथ पहला टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया जा सकता है। हालांकि, टीकाकरण का आखिरी फैसला राज्य सरकारों को लेना है। बहरहाल देश में कोविशील्ड (Covishield) और कोवाक्सिन (Covaxin) टीकों के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति तीन जनवरी को दी गई है। अनुमति की तारीख से 10 दिन में टीकाकरण शुरू किया जा सकता है। देश में दो अलग-अलग चरणों में टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जा चुका है।
वैक्सीन की खासियत भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है. ये वैक्सीन हैदराबाद लैब में तैयार की गई है। वहीं, कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने मिलकर बनाया है। दोनों ही वैक्सीन की कीमत 1000 रुपये के अंतर्गत आंकी गई है।