अयोध्या में आयोजित होने वाले रामनवमी मेले के आयोजन को लेकर स्वास्थ्य महकमे ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। अयोध्या के मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह का कहना कि जब लखनऊ में 50000 लोगों की क्षमता वाले स्टेडियम में मैच को रद्द कर दिया, तो ऐसे में रामनवमी मेला, जहां लाखों श्रद्धालू आएंगे, उनकी स्क्रीनिंग हो पाना मुमकिन नहीं होगा। मेले में यदि कोई कोरोना संक्रमित मेले में आ गया तो इससे और लोगों में फैसला की आशंकाहै। उन्होंने कहा कि जो भी कोरोना से इनफेक्टेड होता है उसके संपर्क में आने वाले आसपास के लोगों की भी स्क्रीनिंग की जाती है, लेकिन मेले जैसे आयोजन में कौन आया कौन नहीं, इसकी जांच और स्क्रीनिंग करना संभव नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि राम नवमी मेले के बारे में प्रशासन को और सरकार को निर्णय लेना है। इस संबंध में डीएम से बात की गई है और वह शासन से बात कर इस पर फैसला लेंगे। अयोध्या विधायक वेद गुप्ता का कहना है कि रामनवमी में अभी समय है। मुझे लगता है कि तब तक के हिंदुस्तान से कोरोना पर कंट्रोल कर लिया जाएगा।
ये भी पढ़ें- अमेरिका से आये दम्पति में कोरोना के लक्षण मिलने से मचा हडकम, डाक्टर ने दिया बयान लखनऊ में मिला दूसरा पॉजिटिव- लखनऊ में एक और मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई है। एक 22 वर्षीय युवक को कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाया गया है और उसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया है। राजधानी में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या अब दो हो गई है। इसी के साथ पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 12 हो गई है। इनमें सात आगरा, गाजियाबाद-लखनऊ के दो-दो व नोएडा का एक मरीज शामिल है।
बनेंगी पांच लैब-
गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के चार शहरों में कोरोना वायरस की जांच के लिए पांच लैब बनाने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार के सहयोग से दो लखनऊ में तो अलीगढ़, वाराणसी व गोरखपुर में एक-एक लैब बनाई जाएगी। इन लैब में कोरोना वायरस की जांच होगी। इसमें केजीएमयू के अलावा एसजीपीजीआई लखनऊ, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर और बीएचयू व एएमयू शामिल है।