ये भी पढ़ें- कोरोना डेल्टा प्लस वेरिएंट व साइटोमेगलो कोविड को लेकर रहें सतर्क खांसी, गले में खराश, जुखाम सभी वेरिएंट के आम लक्षण है, लेकिन गंभीर लेवेल पर पहुंचने पर यह सभी एक दूसरे से भिन्न हैं। वहीं इन पर कई शोध किए जा रहे हैं, जिससे इनके बारे में और अधिक जानकारी व लक्षणों के बारे में पता चल सके।
डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण- खांसी, जुकाम और सर्दी जैसे लक्षण इस वायरस की चपेट में आने वालों में गंभीर रूप से देखने को मिले हैं। साथ ही गले में खराश, सिर दर्द व नाक बहना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। डेल्टा प्लस के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है की इसके लक्षण इतने घातक हैं कि यह फेफड़े की कोशिकाओं में पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूती के साथ चिपक सकते हैं, जिस कारण फेफड़े ज्यादा तेजी से खराब हो सकते है। ये मरीज की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं और चकमा भी दे सकते हैं।
ये भी पढ़ें- जीनोम सिक्वेंसिंग में यूपी ने पकड़ी रफ्तार, जल्द स्थापित होंगे इस सुविधा से लैस केन्द्र कप्पा वेरियंट के लक्षण-कप्पा वेरियंट के बारे में कहा गया है कि डेल्टा प्लस से कम घाटक है। विशेषज्ञों का मानना है कि कप्पा वेरिएंट से पीड़ित लोगों में खांसी, बुखार, गले में खराश जैसे शुरुआती लक्षण दिखाई दे सकते हैं। वहीं, माइल्ड और गंभीर लक्षण कोरोनावायरस के अन्य म्यूटेंट्स के लक्षण की ही तरह होंगे। इस वैरिएंट को लेकर अभी और शोध किए जा रहे हैं। और कई जानकारियां सामने आनी बाकी हैं।
साइटोमेगलो वायरस के लक्षण- प्रदेश में साइटोमेगलो वायरस को लेकर भी सरकार अलर्ट है। पोस्ट कोविड मरीजों को यह ज्यादा परेशान कर रहा है। ऐसे मरीज जिनकी इम्युनिटी बेहद कमजोर हो गई है, उन्हें साइटोमेगलो निशाना बना रहा है। लक्षणों की बात करें, तो पेट में दर्द, स्टूल में खून, बुखार, गले में खराश, थकान, सूजन आदि इसमें शामिल हैं।
डेल्टा वरिएं-
मोबाइल ऐप के जरिए यूके की सेल्फ-रिपोर्टिंग प्रणाली के मुताबिक, खांसी, गले में खराश, बुखार व सिरदर्द सामान्य कोरोना के लक्षण हैं, लेकिन डेल्टा वेरिएंट में बहती नाक एक नया लक्षण है। हालांकि, इसे साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है।