अच्छी खबर: बिना बिजली के गांव में बन सकेंगे कोल्ड स्टोरेज, कई दिनों तक सुरक्षित रहेंगी सब्जियां
उत्तर प्रदेश में फल-फूल और सब्जी विक्रेताओं को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों ने बड़ी राहत दी है। वैज्ञानिकों ने एक मिनी कोलेड स्टोर तैयार किया है, जो बिना बिजली के चलता है।
अच्छी खबर: बिना बिजली के गांव में बन सकेंगे कोल्ड स्टोरेज, कई दिनों तक सुरक्षित रहेंगी सब्जियां
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में फल-फूल और सब्जी विक्रेताओं को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों ने बड़ी राहत दी है। वैज्ञानिकों ने एक मिनी कोलेड स्टोर तैयार किया है, जो बिना बिजली के चलता है। इसे गांव में स्थापित किया जाएगा। इस कोल्ड स्टोरेज का नाम पूसा फार्म सनफ्रीज रखा गया है। इसे आइएआइआइ के एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग शाखा के प्रोफेसर इंद्रमणि और डॉक्टर संगीता धींगरा की टीम ने इसे तैयार किया है। इस कोल्ड स्टोर में सब्जियां, फल और फूल रखने पर करीब 15 दिनों तक यह सुरक्षित रहेंगे। कोल्ड स्टोरेज में कोई भी चीज रखकर उसे एक मिनिमम तापमान के हिसाब से खाने योग्य बनाया जा सकता है।
छोटे किसानों के लिए फायदेमंद प्रोफेसर इंद्रमणि ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी से फसल कटाई के बाद के नुकसान को घटाने की दिशा में नई क्रांति आएगी। फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में यह वरदान साबित होगी। इससे छोटे किसानों को भी फायदा मिलेगा। वह अपनी फसल को बढ़ते-घटते दाम में बेच सकेंगे। उन्होंने कहा कि एक हफ्ते में कोल्ड स्टोर बनकर तैयार होते हैं। फिलहाल पांच मिनी कोल्ड स्टोर स्थापित किए गए हैं। जिसमें पहला पानीपात के चमरारा गांव, दूसरा राजस्थान के पिचौलिया गांव, तीसरा दिल्ली में पल्ला गांव के एक किसान ने स्थापित किया है। जबकि दो स्टोर पूसा कैंपस में लगाए गए हैं।
पूरा कमरा रहेगा ठंडा संस्थान के निदेशक डॉ. एके सिंह का इस पर कहना है कि पूसा सनफ्रीज का विकास भंडारण के लिए किया गया है। इस संयंत्र में सोलर पैनल से पांच किलोवाट बिजली पैदा होती है। इस बिजली का उपयोग डेढ़ टन के एयर कंडीशनर को चलाने व पानी ठंडा करने में किया जाता है। ठंडे पानी को कमरे की छत पर लगाए पाइप के अंदर से सर्कुलेट किया जाता है, जिससे पूरा कमरा ठंडा रहता है। शाम को सूरज ढलने के बाद पंप बंद हो जाता है, जिसके बाद पानी पाइप के अंदर रुक जाता है और कमरे रात भर भी ठंडे रहते हैं।