दरअसल, सीएम योगी कोरोना की पहली लहर से ही टीम 11 के अधिकारियों के साथ रोजाना समीक्षा बैठक कर रणनीति बनाते रहे हैं। इस बार कोरोना की दूसरी लहर में उन्होंने टीम 11 की जगह टीम 9 बनाई है और कोरोना से जुड़े हर कार्य के लिए शासन स्तर पर भी जिम्मेदारी तय की है। उन्होंने कई बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले स्तर पर अफसरों को शासन के दिशा निर्देशों को अमल में लाने के लिए आदेश दिए हैं। अब वह ग्राउंड जीरो पर उतर कर शासन के दिशा निर्देर्शों को लेकर की गई कार्यवाही की समीक्षा कर रहे हैं।
30 अप्रैल से लगातार दौरे पर सीएम योगी कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंट फुट पर हैं। वह 14 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में रहते हुए रोजाना न सिर्फ अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, बल्कि समाज के विभिन्न तबकों के साथ वर्चुअली संवाद कार्यक्रम भी जारी रखा। 30 अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह ग्राउंड जीरो पर उतर गए और लखनऊ में उन्होंने डीआरडीओ की ओर से बनाए गए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया था।
37 साल में पहली बार एएमयू पहुंचा प्रदेश का मुखिया सीएम योगी लखनऊ के अलावा मुरादाबाद, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या, अलीगढ़, आगरा और मथुरा का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने गांवों में भौतिक निरीक्षण कर लोगों से उनके स्वास्थ्य और दवाइयों आदि की जानकारी भी ली है। अलीगढ़ में तो 37 साल बाद प्रदेश का मुखिया पहली बार अलीगढ़ मुसलिम यूनिवर्सिटी में पहुंचा था।