यूपी में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सभी जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों के साथ हुई समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे ने प्रेस वार्ता कर बताया कि बैठक में सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौैजूद रहे। सीएम योगी अलीगढ़, हमीरपुर और शामली में हुई घटनाओं से बेहद नाराज थे। सीएम योगी ने घटना के रिस्पांस टाईम को लेकर खास हिदायत दी है। अलीगढ़, हमीरपुर और शामली की घटनाओं को लेकर सख्त निर्देश दिए। घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए क्विक रिस्पांस के निर्देश दिए है। वहीं उन्होंने गरीब जनता से खास समन्वय बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गरीबों की भाषा गलत हो सकती है, उनका भाव नहीं। गरीब जनता की समस्या को समझने की आवश्यकता है।
सीएम योगी ने सभी जिलों के एसएसपी और डीएम को जनता से कम से कम एक घंटा मिलने के निर्देश दिए है। साथ ही जो अधिकारी जहां तैनात है वहां नाइट हाल्ट करें। चाहे एसडीएम हों या सीओ या फिर एसओ हों, अगर वहां आवास नहीं हैं तो किराए के मकान में रहें। सीएम योगी गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग व शुक्रवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा भी करेंगे।
सीएम योगी संग बैठक के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने भी प्रेस वार्ता की और बताया कि सीएम योगी ने उन्हें गो तस्करी को हर हाल में रोकने के निर्देश दिए हैं। साथ ही गंभीर अपराध की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं। जनता से जवाबदेही को तय करने को सीएम ने दिए निर्देश। थानाध्यक्ष की नियुक्ति मेरिट के बेसिस पर ही होनी चाहिए। साथ ही अभ फुट पेट्रोलिंग की जाएगी। डीजीपी ने आगे बताया कि यूपी 100 के रूट को फिर से बदला जाएगा व इसकी फिर से समीक्षा की जाएगी। अपराधियों को किसी भी दशा में छोड़ा नही जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत किया जाए। टॉप 10 अपराधियों की सूची हर थाने में होनी चाहिए। कानून व्यवस्था बेहतर करने के लिए जनता से सीधा संवाद किया जाएगा। वहीं तैनाती की जगह पर ही अधिकारियों व अफसरों को रात्रि विश्राम के निर्देश दिए गए हैं। ओपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साइबर क्राइम पर भी जोर दिया है। हमने दो जगह साइबर थाने स्थापित किए हैं। एक लखनऊ और नोएडा में, गौ तस्करी को भी हर दशा में रोकने के लिए निर्देश दिया है। वहीं सीएम ने तीन चीजों पर विशेष ध्यान दिया है, दलित अपराध, अल्पसंख्यक अपराध और महिलाओं के साथ होने वाले अपराध।