CCTV और ड्रोन से निगरानी
यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी यात्रा मार्ग पर CCTV कैमरे और ड्रोन का उपयोग किया जाएगा। इन तकनीकों से यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की तत्काल जानकारी मिल सकेगी और सुरक्षा बल समय पर कार्रवाई कर सकेंगे।
डीजे की ध्वनि सीमा
पुलिस द्वारा डीजे की ध्वनि सीमा तय की जाएगी ताकि यात्रा के दौरान शोरगुल नियंत्रित रहे और स्थानीय निवासियों को कोई परेशानी न हो। यह कदम यात्रियों और स्थानीय लोगों दोनों की सुरक्षा और आराम को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
8 कंबाइंड कंट्रोल रूम
यात्रा की मॉनीटरिंग के लिए 8 कंबाइंड कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे। इन कंट्रोल रूम से यात्रा की पूरी निगरानी की जाएगी और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। कंट्रोल रूम में सुरक्षा बलों की टीमें तैनात रहेंगी जो यात्रा मार्ग पर हर गतिविधि पर नजर रखेंगी।
अंतरराज्यीय समन्वय
बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया और यात्रा के सफल आयोजन के लिए अंतरराज्यीय समन्वय पर चर्चा की। इस समन्वय से यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधा में सुधार होगा।
कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इन सभी कदमों से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी और यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के प्रयास किए जाएंगे। सभी राज्यों के अधिकारियों का यह समन्वय यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।