सैनी(IPS Manjil Saini) वर्ष 2005 बैच की आईपीएस(IPS) अधिकारी हैं व 18 मई 2016 से 17 मई 2017 तक लखनऊ के एसएसपी(Lucknow SSP) रही थीं। वर्तमान में मंजिल सैनी(IPS Manjil Saini) केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में डीआईजी पद पर तैनात हैं।
2017 में हुई थी हत्या लखनऊ के सहादतगंज थाना क्षेत्र निवासी श्रवण साहू की हत्या 1 फरवरी 2017 को उनके घर के सामने गोली मारकर कर दी गई थी। वह अपने बेटे के हत्यारों के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा लड़ रहे थे। श्रवण के बेटे आयुष साहू की हत्या 2016 में कर दी गई थी। बेटी की हत्या के श्रवण एकलौते गवाह थे। आयुष की हत्या में पुलिस कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई थी। श्रवण को लगातार धमकियां मिल रही थी जिसके चलते उन्होंने लखनऊ की तात्कालिक एसएसपी मंजिल सैनी से सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई ओर बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। बाद में राज्य सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया था। वहीं, अब सीबीआई ने जांच करते हुए मंजिल सैनी को श्रवण साहू हत्याकांड में लापरवाही का दोषी पाया है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार से मंजिल सैनी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
ये भी पढ़ें:
School holiday कोरोना संक्रमण को लेकर शासन का बड़ा फैलला, स्कूल होंगे बंद! श्रवण साहू हत्याकांड सहादतगंज के दालमंडी इलाके में 1 फरवरी 2017 की शाम करीब 7:00 बजे बाइक सवार बदमाशों ने तेल कारोबारी श्रवण साहू की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। श्रवण साहू को हत्या के कुछ दिन पहले शातिर अपराधी व पुलिस के मुखबिर अखिल ने क्राइम ब्रांच के दरोगा व पुलिस कर्मियों से मिलकर फर्जी मामले में जेल भेजने की साजिश रची थी। कारोबारी श्रवण की हत्या से करीब 4 साल पहले उनके बेटे आयुष साहू की 16 अक्टूबर 2013 में कैंपवेल रोड पर बियर शॉप पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अकील व उसके साथियों का नाम आया था और गिरफ्तारी भी हुई थी। श्रवण साहू को फर्जी मुकदमें में फंसाने और उनकी हत्या के मामले में कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी हुई थी।