उन्नाव गैंगरेप पीड़ित की हालत और बिगड़ी, बेहोशी में इस रोग ने भी घेरा, डॉक्टरों ने अब कही ये बात
सेंगर के लाइसेंस कैंसिल इस बीच जिला मजिस्ट्रेट ने उन्नाव रेप केस (Unnao Rape Case) में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) के हथियारों के लाइसेंस (Armed Liscense) रद्द कर दिए हैं। विधायक के पास एक बंदूक, एक राइफल और एक रिवॉल्वर है। इसके साथ ही सीबीआई टीम (CBI Team) तीसरी बार हादसे वाली जगह पर निरीक्षण के लिए पहुंची और घटनास्थल के पास के दुकानदारों के बयान दर्ज किए। वहीं उन्नाव गैंगरेप पीड़ित (Unnao Gangrape Victim) की कार को टक्कर मारने वाले ट्रक ड्राइवर और क्लीनर तीन दिन की रिमांड पर हैं। ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर पाल भी रविवार सुबह लखनऊ स्थित सीबीआई दफ्तर पहुंचा। उसे सीबीआई ने पूछताछ के लिए तलब किया था। देवेंद्र का कहना है कि वह बेकसूर है। बीजेपी से निष्कासित आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से उसका कोई वास्ता नहीं है और न ही वह पीड़ित या उसके परिवार में से किसी को जानता है।पीड़ित को हुआ निमोनिया 28 जुलाई को हुए रायबरेली में हुए सड़क हादसे के बाद से ही उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़ित की हालत बेहद नाजुक (Unnao Gangrape Case Victim Health) बनी हुई है। पीड़ित जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। हादसे के बाद से ही पीड़ित वेंटिलेटर के सहारे सांस ले रही है और उसकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है। इस बीच केजीएमयू (KGMU) के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि पीड़ित 28 जुलाई से वेंटिलेटर पर है, अब उसे निमोनिया भी हो गया है। उसकी हालत में अभी कोई खास सुधार नहीं है। डॉ. तिवारी ने बताया कि कोई भी मरीज जब ज्यादा दिनों तक वेंटिलेटर पर रहता है तो उसमें निमोनिया जैसे लक्षण बनने लगते हैं। पीड़ित को निमोनिया होने का यही कारण है। उसकी हालत पहले जैसी ही बनी हुई है। उसके फेफड़े में जमा खून निकाला जा चुका है। ब्लड प्रेशर सामान्य रखने की दवा दी जा रही है। पीड़ित के वकील को भी होश नहीं आया है।
जेल में रहने के बाद भी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की हनक नहीं हुई कम, पीड़ित और उसके वकील का भी रुकवाया ये काम
ट्रक ड्राइवर ने किए अहम खुलासे उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई दुर्घटना को लेकर सीबीआई ने अपनी रफ्तार तेज कर ट्रक के ड्राइवर से लगातार पूछताछ कर रही है। इसी क्रम में ट्रक ड्राइवर आशीष पाल ने सीबीआई (CBI) पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए ड्राइवर ने कहा कि बांदा से वह 27 जुलाई को चला था, 12 बजे के करीब। पाल ने बताया कि बांदा से फतेहपुर, लालगंज होते हुए रायबरेली जा रहे थे। पुलिस ने पूछा कि कितने दिनों से मालिक का ट्रक चला रहे हो ? जवाब देते हुए ड्राइवर ने कहा कि 4 महीने से इस मालिक का ट्रक चला रहे हैं। पुलिस ने पूछा कि जब गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ तो गाड़ी की क्या स्पीड थी ट्रक ड्राइवर ने कहा 50-55 किलोमीटर प्रतिघंटा। पुलिस ने पूछा कैसा हुआ एक्सीडेंट इसका जवाब देते हुए ड्राइवर ने कहा कि बारिश बहुत तेज हो रही था, सामने आचानक एक चार पहिया गाड़ी नजर आ गई, जैसे ही हमने ब्रेक मारा तो आगे का हिस्सा बायीं तरफ और पीछे का हिस्सा दाहिने तरफ चला गया। सामने से आ रही एक चार पहिया वाली ने मेरे ट्रक में ठोकर मार दी, जिसके कारण हमारी गाड़ी पूरी घूम गई। गौरतलब है कि ट्रक के क्लीनर और ड्राइवर ने बताया था कि हादसे के वक्त ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी।