घर पर मिला था ताला यूपी एसटीएफ (UP STF) की एक गोपनीय जांच के बाद अब्बास अंसारी का पता लखनऊ पुलिस को 27 अगस्त को मिला था। एसटीएफ ने अब्बास अंसारी को नोटिस भेजा। पुलिसकर्मी जब पेपर मिल कॉलोनी स्थित मेट्रो सिटी पहुंचे तो वहां ताला लटकता मिला। संशोधित आर्म्स एक्ट (Arms Act) के मुताबिक एक व्यक्ति तीन से अधिक लाइसेंस नहीं बनवा सकता है।
मुख्तार और अब्बास के पास कई लाइसेंस जांच में पता चला है कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उनके करीबी रिश्तेदारों के नाम नौ शस्त्र लाइसेंस जारी किए गये हैं। इनमें से तीन लाइसेंस मुख्तार अंसारी और तीन उनके बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) के नाम पर हैं। अब्बास अंसारी ने दिल्ली में जब अपने शस्त्र लाइसेंस के हस्तांतरण के लिए आवेदन किया। उस समय दिल्ली प्रशासन और पुलिस ने लखनऊ जिला प्रशासन को इसकी सूचना तक नहीं दी। इस चूक के कारण दो प्रदेशों में दो लाइसेंस बने और उस पर पांच हथियार हासिल किए गए।
जल्द होगी पूछताछ एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी (SSP Kalanidhi Naithani) ने बताया कि अब्बास अंसारी के लाइसेंस पर हथियार खरीदने की गड़बड़ी जांच के बाद सामने आयी है। दस्तावेजों का सत्यापन करवाया जा रहा है। जिसके बाद पूछताछ की प्रक्रिया शुरू होगी।
नेशनल शूटर है अब्बास अंसारी मुख्तार का बड़ा पुत्र अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) शॉट गन में नेशनल शूटर (National Shooter) है और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई मेडल भी जीत चुका है। अब्बास ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सियासी पारी का आगाज किया था। हालांकि अपने पहले ही चुनाव में अब्बास को मात मिली थी। आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी पूर्वांचल के मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र का पांच बार से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह इस समय जेल में हैं।